योगी राज में अपराधियों की खैर नहीं: 8 साल में 30,000 गिरफ्तार, 9,000 से ज्यादा घायल,
यूपी बना कानून-व्यवस्था का मॉडल
9 days ago
Written By: STATE DESK
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ने बीते आठ वर्षों में जो ठोस आकार लिया है, वह न केवल देश बल्कि विदेशों में भी चर्चा का विषय बन गया है। मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति और पुलिस की आक्रामक कार्यशैली ने प्रदेश को अपराधियों के लिए दुश्वार जगह बना दिया है।
30 हजार से ज्यादा अपराधी सलाखों के पीछे
जानकारी के मुताबिक 2017 से अब तक, यूपी पुलिस ने अपराध के खिलाफ जो मोर्चा खोला है, उसमें 14,973 मुठभेड़ कार्रवाई की गईं। इस दौरान 30,694 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और 9,467 अपराधियों के पैरों में गोली लगी, वहीं 238 अपराधी एनकाउंटर में मारे गए। इन कार्रवाइयों का मुख्य उद्देश्य अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास पैदा करना रहा, जिसमें पुलिस ने सफलता पाई है।
मेरठ जोन बना सबसे बड़ा एक्शन ज़ोन
डीजीपी राजीव कृष्ण के अनुसार, प्रदेश के मेरठ जोन में सबसे अधिक 7,969 अपराधी गिरफ्तार हुए जबकि 2,911 घायल हुए।
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आगरा जोन: 5,529 गिरफ्तारी, 741 घायल
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बरेली जोन: 4,383 गिरफ्तार, 921 घायल
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वाराणसी जोन: 2,029 गिरफ्तार, 620 घायल
कमिश्नरेट सिस्टम ने और बढ़ाया दबदबा
कमिश्नरेट पुलिस व्यवस्था लागू होने के बाद कई बड़े जिलों में अपराधियों पर शिकंजा कसना और भी तेज़ हुआ।
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गौतमबुद्धनगर: 1,983 गिरफ्तार, 1,180 घायल
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गाजियाबाद: 1,133 गिरफ्तार, 686 घायल
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आगरा कमिश्नरेट: 1,060 गिरफ्तार, 271 घायल
या तो अपराध छोड़ो, या यूपी छोड़ो
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही स्पष्ट कर दिया था कि अपराधियों के लिए यूपी में कोई जगह नहीं है। या तो वे अपराध छोड़ दें या प्रदेश छोड़ दें। इस संकल्प के साथ पुलिस को अत्याधुनिक हथियार, तेज़ प्रशिक्षण और ऊंचा मनोबल देकर प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया गया।
यूपी बना सबसे सुरक्षित राज्य
इन ठोस और परिणामकारी कदमों के चलते उत्तर प्रदेश आज देश के सबसे सुरक्षित राज्यों में गिना जाने लगा है। अपराध दर में गिरावट और पुलिस की सक्रियता ने प्रदेश की छवि को नई ऊंचाई दी है।