'मिट्टी में मिला दूंगा' ने तोड़ी अपराधियों की कमर,
योगी के ज़ीरो टॉलरेंस की दो पूर्व DGP ने की सराहना
22 days ago Written By: Ashwani Tiwari
NCRB Report Crime Rate in UP: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने वर्ष 2023 की रिपोर्ट जारी की है, जिसमें उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था और अपराध नियंत्रण प्रणाली की सराहना की गई है। दो पूर्व पुलिस महानिदेशकों, देवेंद्र सिंह चौहान और विक्रम सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति को अपराध नियंत्रण में क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने कहा कि योगी मॉडल ने यूपी को अपराध के मामले में सुरक्षित राज्य बना दिया है। महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है और पुलिस अब सिस्टम आधारित तरीके से काम कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार यूपी में हत्या, अपहरण और डकैती के मामलों में भारी कमी आई है।
योगी मॉडल: सिस्टम आधारित पुलिसिंग का उदाहरण पूर्व डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान ने एनसीआरबी रिपोर्ट के आंकड़ों को यूपी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि 2017 से अब तक यूपी में कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ। दलितों के खिलाफ अपराध राष्ट्रीय औसत से कम हैं। यूपी में अपराध नियंत्रण को एक सिस्टम के रूप में विकसित किया गया है, जिसे आज योगी मॉडल कहा जाता है। इस मॉडल में एफआईआर से लेकर सजा तक फाइव-टियर सुपरविजन सिस्टम लागू है। मुख्यमंत्री खुद मॉनीटरिंग करते हैं और गृह विभाग, डीजीपी, एडीजी, आईजी और एसपी स्तर तक निगरानी रहती है।
महिला, बच्चे और बुजुर्गों की सुरक्षा प्राथमिकता चौहान ने बताया कि महिला, बच्चे और बुजुर्ग इस मॉडल की प्राथमिकता में हैं। प्रॉसिक्यूशन विभाग तेजी से मामलों को सजा दिलाता है, कई मामलों में 15 दिन के भीतर। नए थाने, चौकियां, पुलिस लाइन्स, फॉरेंसिक लैब और एविडेंस कलेक्शन वैन से जांच प्रक्रिया तेज हुई है। मिशन शक्ति और एंटी रोमियो स्क्वॉड जैसे अभियान महिलाओं में आत्मविश्वास लाए हैं। आज महिलाएं रात में निडर होकर काम कर रही हैं और सामाजिक आयोजनों में भाग ले रही हैं।
मिट्टी में मिला दूंगा ने अपराधियों की कमर तोड़ी पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने कहा कि यूपी की अपराध दर में ऐतिहासिक गिरावट आई है। हत्या के मामले में राष्ट्रीय औसत 2.1 प्रति लाख है जबकि यूपी में 1.4 प्रति लाख है। अपहरण-फिरौती लगभग शून्य हो गई है। पहले जहां एक जिले में 73 डकैतियां होती थीं, अब पूरे प्रदेश में सालभर में इतनी होती हैं। मुख्यमंत्री के शब्द मिट्टी में मिला दूंगा ने पुलिस की दिशा तय की और अपराधियों को संदेश दिया कि कानून से ऊपर कोई नहीं।
पुलिस की स्थिरता और ईको सिस्टम ने बढ़ाया विश्वास पुलिस अधिकारियों को अब लंबे समय तक स्थायित्व मिला है। इससे जवाबदेही और प्रदर्शन दोनों बेहतर हुए हैं। 112 रिस्पॉन्स टाइम और न्यूनतम बल का प्रयोग जनता में विश्वास बढ़ा रहा है। विक्रम सिंह के अनुसार अगर महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर रही हैं, तो यही सबसे बड़ी सफलता है। यूपी पुलिस अब ईको सिस्टम में काम करती है, जिसमें अधिकारी और फोर्स लगातार अपराध नियंत्रण और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं।