जानें कब शुरू होगा वाराणसी कैंट से काशी विश्वनाथ मंदिर तक रोप-वे…
अब मिनटों में पहुंचेंगे श्रद्धालु
5 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी राहत की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। शहर में देश का पहला अर्बन रोप-वे बनाया जा रहा है, जिससे वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से मंदिर तक की दूरी मात्र 16 मिनट में तय की जा सकेगी। अभी इस दूरी को तय करने में भारी भीड़, संकरी गलियों और लंबे ट्रैफिक जाम के कारण आधे घंटे से ज्यादा समय लग जाता है। आने वाले समय में श्रद्धालु स्टेशन से उतरते ही सीधे रोप-वे के केबिन में बैठकर आराम से मंदिर पहुंच सकेंगे। यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विशेष पहल पर शुरू किया गया है, जिसे श्रद्धालुओं की यात्रा को आसान और सुगम बनाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
ट्रैफिक और जाम की समस्या का हल वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से काशी विश्वनाथ मंदिर तक लगभग 4 किलोमीटर का सफर किसी चुनौती से कम नहीं है। संकरी सड़कों और घनी आबादी के कारण यहां फ्लाईओवर या मेट्रो बनाना भी संभव नहीं है। अक्सर इस रास्ते पर भारी ट्रैफिक जाम लगता है, जिससे श्रद्धालु काफी परेशान होते हैं। इसी वजह से अर्बन रोप-वे को सबसे बेहतर और सुरक्षित विकल्प के रूप में चुना गया।
800 करोड़ का प्रोजेक्ट, मई 2026 तक खुलने की उम्मीद रोप-वे परियोजना की आधारशिला 24 मार्च 2023 को रखी गई थी। शुरुआती लागत 645 करोड़ रुपए तय की गई थी, लेकिन निर्माण संबंधी चुनौतियों और तकनीकी खर्च बढ़ने से इसकी लागत अब बढ़कर 800 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। अनुमान है कि मई 2026 तक यह प्रोजेक्ट पूरी तरह तैयार हो जाएगा और आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।
हर घंटे हजारों श्रद्धालु कर सकेंगे सफर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या 5,000 से बढ़कर 2 लाख प्रतिदिन तक पहुंच गई है। इतने बड़े धार्मिक प्रवाह को संभालने के लिए रोप-वे बेहद जरूरी कदम माना जा रहा है। रोप-वे के केबिन में एक साथ 10 लोग बैठ सकेंगे और लगभग 148 केबिन लगातार चलते रहेंगे। इससे श्रद्धालुओं को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा और उनका सफर तेज और आरामदायक होगा।
16 मिनट में खूबसूरत सफर रोप-वे शुरू होने के बाद स्टेशन से मंदिर का सफर न सिर्फ आसान होगा, बल्कि बेहद खूबसूरत भी होगा। ऊपर से पूरे शहर का आकर्षक दृश्य देखने को मिलेगा और श्रद्धालु बिना भीड़, बिना जाम के सीधे 16 मिनट में काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच जाएंगे।