वाराणसी गैंगरेप में SIT ने दाखिल की चार्जशीट, 14 आरोपी शामिल,
29 मार्च से 3 अप्रैल तक 23 युवकों ने किया था रेप
21 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: वाराणसी में 19 वर्षीय युवती से हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने अपनी जांच पूरी कर ली है। शुक्रवार को पुलिस ने कोर्ट में 410 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी, जिसमें 14 गिरफ्तार आरोपियों को वारदात में शामिल बताया गया है। कोर्ट अब अगले सप्ताह से इस केस का ट्रायल शुरू करेगा। पुलिस ने दावा किया है कि पीड़िता के साथ दुष्कर्म की पुष्टि जांच में हुई है और आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मौजूद हैं।
5 अप्रैल को गैंगरेप का मामला लालपुर थाने में दर्ज
यह मामला उस समय सामने आया जब युवती 29 मार्च को लापता हुई और 4 अप्रैल को बरामद हुई। 5 अप्रैल को उसने अपनी मां के साथ लालपुर पांडेयपुर थाने में 23 युवकों पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने 11 से 15 अप्रैल के बीच 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं इन सबके खिलाफ अब चार्जशीट दाखिल कर दी गई है।
गैंगरेप केस की जांच के लिए 17 अप्रैल को बनी SIT
एसआईटी को इस केस की जिम्मेदारी 17 अप्रैल को सौंपी गई थी, जिसमें डीसीपी वरुणा जोन प्रमोद कुमार, एडीसीपी नीतू कादयान और श्रुति श्रीवास्तव शामिल थे। पीड़िता के बयान दो महीने पहले डीसीपी क्राइम के कार्यालय में दर्ज किए गए थे। इसके साथ-साथ तीन सहेलियों और 35 अन्य गवाहों के बयान भी शामिल किए गए हैं। पुलिस ने पीड़िता के साथ चार घटनास्थलों का मुआयना किया और कॉल डिटेल, सीसीटीवी फुटेज और इंस्टाग्राम चैट को भी जांच में शामिल किया।
PM मोदी की नाराजगी के बाद एक्शन में आई सरकार
पीड़िता का अभी भी इलाज चल रहा है, क्योंकि वह हेपेटाइटिस-बी पॉजिटिव पाई गई है। उसकी हालत में सुधार हो रहा है। इस केस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे के दौरान हुई नाराजगी के बाद राज्य सरकार ने डीसीपी चंद्रकांत मीना को पद से हटाकर लखनऊ डीजीपी ऑफिस अटैच कर दिया था। उन पर समय रहते सख्त कार्रवाई न करने और थाने की लापरवाही पर कार्रवाई न करने का आरोप था। अब पुलिस का कहना है कि कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ प्रभावी पैरवी की जाएगी और कोशिश की जाएगी कि ट्रायल फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो, ताकि पीड़िता को जल्द न्याय मिल सके।