वाराणसी में कोडीनयुक्त कफ सिरप के बड़े नेटवर्क पर शिकंजा,
दो फरार आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित
4 days ago
Written By: Aniket Prajapati
वाराणसी पुलिस ने जहरीले कोडीनयुक्त कफ सिरप की अवैध सप्लाई से जुड़े मामले में फरार आरोपितों की तलाश तेज कर दी है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के अनुसार मुख्य मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल और काशीपुर के प्रधान पति महेश सिंह पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है। 19 नवंबर को भदवर स्थित एक जिम के नीचे बने गोदाम से लगभग दो करोड़ रुपये के सिरप बरामद किए गए थे। जांच में पता चला कि यह गोदाम बिल्डिंग मालिक शुभम की जानकारी में अवैध रूप से इस्तेमाल हो रहा था और वह घटना के बाद से फरार है।
एफएसडीए की तहरीर और आरोपों का विस्तार
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FSDA) ने 15 नवंबर को शुभम जायसवाल, उसके पिता भोला प्रसाद और कुल 28 अन्य लोगों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। जांच आगे बढ़ने पर पुलिस ने उन पर धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनाने और नारकोटिक्स एक्ट सहित गंभीर धाराएँ भी जोड़ीं। सोनभद्र पुलिस ने एक अन्य मामले में भोला प्रसाद को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है।
छापे, दबिशें और फरार अभियुक्तों की तलाश
डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि पुलिस ने शुभम के आदमपुर स्थित कायस्थ टोला और सिगरा के बादशाहबाग कॉलोनियों में उसके घरों पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिला। परिजनों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। डीसीपी ने चेतावनी दी है कि अगर शुभम जल्द गिरफ्तार नहीं हुआ तो उसकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। पुलिस अब पूरे सप्लाई नेटवर्क की भी खोज कर रही है ताकि वाराणसी व आसपास के जिलों में फैले कारोबार को समाप्त किया जा सके।
रामनगर का मामला—ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन में छुपा भंडार
इसी कड़ी में रामनगर पुलिस ने भी एक मामला दर्ज किया है। आरोप है कि ई-रिक्शा चार्जिंग स्टेशन के नाम पर गोदाम में करीब 60 लाख रुपये मूल्य के कफ सिरप छिपाकर रखा जा रहा था। केस में औसानगंज निवासी मनोज यादव और उनके बेटे लक्ष्य पर जांच जारी है। गोदाम का संचालन करने वाले केयरटेकर रोहित कुमार वर्मा को हिरासत में लेकर बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। डीसीपी क्राइम सरवणन टी. ने बताया कि रोहित ने पूछताछ में स्वीकार किया कि गोदाम मनोज का है और यहीं से सिरप सप्लाई होती थी। पुलिस अब गिरफ्तारियों और नेटवर्क के खुलासे के लिए लगातार छापेमारी कर रही है और जनता से भी सूचनाएं देने का आग्रह किया गया है।