चेतावनी के बाद भी नहीं माने तो लगेगा गुंडा एक्ट और गैंगस्टर,
वाराणसी में अतिक्रमण पर पुलिस की सख्ती
1 months ago
Written By: STATE DESK
काशी को अतिक्रमण मुक्त और जाम मुक्त बनाने की दिशा में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। शहर की सड़कों से अतिक्रमण हटाने के लिए विशेष अभियान के तहत अब बार-बार चेतावनी के बावजूद अतिक्रमण करने वालों पर गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है। इस अभियान के तहत पुलिस कमिश्नर की अगुवाई में डीसीपी, एसीपी और सीनियर पुलिस अधिकारी वाराणसी के अलग-अलग इलाकों में निरीक्षण कर रहे हैं और अतिक्रमणकारियों को मौके पर चेतावनी दी जा रही है। इस बार केवल चेतावनी से बात नहीं बनेगी – दोहराए गए अतिक्रमण पर सीधे कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अभियान का मकसद – जाम मुक्त बनाना वाराणसी
पुलिस कमिश्नरेट का उद्देश्य वाराणसी को पूरी तरह जाम मुक्त बनाना है ताकि आम लोगों को रास्तों पर आसानी से आवाजाही मिल सके। शहर की प्रमुख सड़कों, बाजारों और धार्मिक स्थलों के आसपास ट्रैफिक की समस्या को जड़ से खत्म करने की योजना के तहत यह विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है।
50 दुकानदारों की हुई पहचान
इस कार्रवाई में अब तक 50 दुकानदारों और ठेले वालों को चिन्हित कर लिया गया है, जो बार-बार चेतावनी के बावजूद अतिक्रमण करने में लगे थे। इनके खिलाफ केस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि अब ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
जनता में साफ संदेश: अतिक्रमण किया तो होगी सख्त कार्रवाई
इस अभियान से शहरवासियों को यह स्पष्ट संदेश मिल रहा है कि अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस की सक्रियता और लगातार निरीक्षणों से शहर में अनुशासन की भावना भी पैदा हो रही है। इसके अलावा, फुटपाथ पर चलने वाले राहगीरों को भी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट का यह अभियान आने वाले दिनों में शहर को सुगम यातायात व्यवस्था की ओर ले जाने में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। पुलिस का कहना है कि यह अभियान लगातार चलेगा और यदि आवश्यकता पड़ी तो और भी कड़े प्रावधान लागू किए जाएंगे।