यूपी में कुदरत ने बरपाया कहर, 24 घंटों में गई 14 जानें,
सर्पदंश और डूबने से हुई मौतें, 47 जिलों में रेड अलर्ट जारी
12 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बीते 24 घंटों के दौरान बारिश और प्राकृतिक आपदाओं ने तबाही मचाई है। राज्य के 10 जिलों में अलग-अलग घटनाओं में कुल 14 लोगों की जान चली गई। मौतों के पीछे बिजली गिरना, सर्पदंश और डूबने की घटनाएं प्रमुख वजह रहीं। इस बीच मौसम विभाग ने प्रदेश के 47 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट मोड में काम शुरू कर दिया है।
बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत
प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से सबसे ज्यादा जानें गईं। गोरखपुर में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हुई। कुशीनगर, चंदौली, जौनपुर, रायबरेली और कानपुर देहात में भी एक-एक व्यक्ति की जान इसी वजह से गई। अचानक बदलते मौसम और भारी बारिश के चलते खेतों, खुले इलाकों और पेड़ों के नीचे मौजूद लोग इसकी चपेट में आ गए।
सांप के काटने से गई चार जानें
सर्पदंश की घटनाएं भी इस दौरान सामने आई हैं। गाजीपुर में दो लोगों की जान सांप के काटने से गई, वहीं प्रतापगढ़ और चंदौली में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। मानसून के साथ नमी बढ़ने से सांपों की आवाजाही आम हो जाती है, जिससे इस तरह की घटनाएं बढ़ जाती हैं।
चित्रकूट और बांदा में डूबने से हुई मौतें
बारिश के कारण जलभराव और नदियों में तेज बहाव से डूबने की घटनाएं भी हुई हैं। चित्रकूट में दो और बांदा में एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई। भारी बारिश के कारण जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखी गई है, जिससे यह घटनाएं हुईं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राकृतिक आपदाओं में हुई जनहानि पर गहरा दुख जताया है और सभी मृतकों के परिवारों को शीघ्र आर्थिक सहायता पहुंचाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
प्रशासन सतर्क जनता से की सावधानी बरतने की अपील
उत्तर प्रदेश सरकार के राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, मॉनसून के दौरान बिजली गिरने, बाढ़ और सर्पदंश की घटनाओं में तेजी आई है। चित्रकूट में 141.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो गंभीर स्थिति को दर्शाती है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के समय खुले क्षेत्रों से दूर रहें, बाढ़ प्रभावित इलाकों में न जाएं और सर्पदंश की स्थिति में तुरंत अस्पताल पहुंचें।