UP GeM रिकॉर्ड: सरकारी खरीद में उत्तर प्रदेश ने रचा इतिहास,
₹65,000 करोड़ से ज्यादा की हुई खरीद, केन्द्रीय मंत्री ने दी बधाई
1 months ago
Written By: STATE DESK
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी खरीद की दुनिया में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने Government e-Marketplace (GeM) पोर्टल के ज़रिए देश में सबसे ज़्यादा खरीद करने वाला राज्य बनकर नया रिकॉर्ड कायम किया है। साल 2020 से 2025 के बीच यूपी सरकार ने GeM पर कुल ₹65,227 करोड़ की खरीद की है, जो देशभर के राज्यों में सबसे अधिक है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि की केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी प्रशंसा की है और योगी सरकार को पत्र लिखकर बधाई दी है।
क्या है GeM पोर्टल और क्यों है खास?
दरअसल, GeM (Government e-Marketplace) भारत सरकार की एक डिजिटल पहल है, जहां केंद्र और राज्य सरकारें पारदर्शी तरीके से वस्तुएं और सेवाएं खरीदती हैं। पहले की जटिल और मैनुअल प्रक्रिया की तुलना में यह पोर्टल सरल, डिजिटल और भ्रष्टाचार मुक्त प्रणाली प्रदान करता है। इससे न सिर्फ समय बचता है, बल्कि छोटे उद्यमियों को भी सरकार से जुड़ने का अवसर मिलता है।
26 नवंबर 2024 का आदेश बना गेमचेंजर
बता दें कि, 26 नवंबर 2024 को यूपी सरकार ने GeM को पूरी तरह से अपनाने का आदेश दिया था। इस आदेश के बाद राज्य के हर विभाग को GeM से जोड़ा गया, जिससे खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता और रफ्तार आई। यह आदेश देश के सामान्य वित्तीय नियमों और GeM के दिशा-निर्देशों के अनुसार था।
किन विभागों ने सबसे ज्यादा खरीद की?
GeM प्लेटफॉर्म पर उत्तर प्रदेश के कई विभागों ने सक्रियता दिखाई, जिनमें प्रमुख हैं:
- नगर विकास विभाग – ₹11,588 करोड़
- स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, आईटी और गृह विभाग – प्रमुख योगदान
साल-दर-साल बढ़ती खरीद
वर्ष
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कुल खरीद (₹ करोड़ में)
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2020-21
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4,622
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2021-22
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11,286
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2022-23
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12,242
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2023-24
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20,248
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2024-25
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16,828
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यह आंकड़े बताते हैं कि किस तरह यूपी ने हर साल डिजिटल खरीद को प्राथमिकता दी और ई-गवर्नेंस को ज़मीनी स्तर पर सफल बनाया।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की तारीफ
पीयूष गोयल ने कहा कि यूपी सरकार की यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया विज़न को साकार कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश अब अन्य राज्यों के लिए रोल मॉडल बन गया है, जहां तकनीक और पारदर्शिता की मिसाल दी जा सकती है।