मध्य प्रदेश की तर्ज पर यूपी में भी मिली सोनम, पति को जहर देकर मारा,
फर्जी रिपोर्ट लिखवाई, मासूम ने खोले राज
1 months ago
Written By: STATE DESK
मध्य प्रदेश के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड जैसी सनसनीखेज घटना उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में सामने आई है। यहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया। मंदिर दर्शन के बहाने उसे घर से 60 किलोमीटर दूर ले जाकर प्रसाद में जहर दिया गया और फिर शव को पुल से नदी में फेंक दिया गया। इसके बाद महिला ने पति की ऑनलाइन गुमशुदगी दर्ज कराई और प्रेमी के साथ घूमती रही। जिसके बाद इस पूरी घटना का खुलासा उसके 12 साल के मासूम बच्चे के बयान के बाद हुआ है।
18 साल पहले हुई थी लव मैरिज
मिली जानकारी के मुताबिक, रेहकट नजरगढ़वा गांव निवासी कन्नन (48) ने करीब 18 साल पहले संगीता (35) से प्रेम विवाह किया था। दोनों का एक 12 वर्षीय बेटा भी है। शुरुआत में दांपत्य जीवन सामान्य रहा, लेकिन 5 साल पहले संगीता की ट्रेन यात्रा के दौरान बलरामपुर निवासी अनिल शुक्ला उर्फ विवेक (27) से मुलाकात हुई, जो ललिया थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर धर्मपुर गांव का निवासी है। इसके बाद दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और अफेयर शुरू हो गया।
पति को लग गई थी अफेयर की भनक
बताया जा रहा है कि, संगीता अक्सर बलरामपुर जाकर प्रेमी अनिल से मिलती थी। जिस पर पति कन्नन को संदेह हुआ, तो उसने इसका विरोध शुरू किया। संगीता ने हर बार इसे ‘सिर्फ दोस्ती’ कहकर बात को टाल दिया, लेकिन जब विरोध बढ़ा, तो संगीता ने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रच डाली।
दर्शन के बहाने ले गई मंदिर, रास्ते में मिला जहर
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गत 2 जून को संगीता ने अनिल को बुलाया और दोनों कन्नन के साथ कार में बैठकर श्रावस्ती जिले के विभूति नाथ मंदिर पहुंचे। दर्शन के बाद लौटते समय रास्ते में प्रसाद में जहर मिलाकर कन्नन को खिला दिया गया। बलरामपुर जिले के कोड़ारी पुल के पास जब वह बेहोश हुआ, तो दोनों ने मिलकर कन्नन के शव को करीब 25 फीट ऊंचे पुल से राप्ती नदी में फेंक दिया।
बेटे ने किया सच उजागर, संदेह में आई संगीता
जिसके बाद प्लान के मुताबिक, कन्नन की पत्नी संगीता ने 2 जून को ही ऑनलाइन गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। 5 जून को वह घर लौट आई और पति के लापता होने की कहानी बताई। लेकिन 12 वर्षीय बेटे रवि ने पुलिस को बताया कि उसके पापा, मम्मी और अनिल अंकल के साथ गए थे, लेकिन सिर्फ मम्मी और अंकल लौटे। यहीं से पुलिस को संगीता पर संदेह हुआ।
जांच में हुआ खुलासा
जिसके बाद गत 9 जून को कन्नन के भाई बाबूलाल ने संगीता और अनिल पर संदेह जताते हुए थाने में दोबारा रिपोर्ट दर्ज कराई। जिस पर पुलिस ने संगीता को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने पहले गुमराह करने की कोशिश की लेकिन बाद में हत्या की बात कबूल कर ली।
‘पति रास्ते का रोड़ा बन रहा था’
इस दौरान पुलिस पूछताछ में संगीता ने बताया कि, "अनिल से मेरा अफेयर पिछले 5 साल से चल रहा था। मेरे पति को यह सब पसंद नहीं था और वह हमें मिलने से रोकता था। इसलिए हमने उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई।"
नदी किनारे मिला कंकाल, प्रेमी भी गिरफ्तार
जिसके बाद पुलिस की पड़ताल आगे बढ़ी और संगीता की निशानदेही पर बलरामपुर के कोड़ारी पुल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर से कन्नन का कंकाल बरामद हुआ। जिसके बाद मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने प्रेमी अनिल शुक्ला को भी गिरफ्तार कर लिया है।
सीओ बोले- गुमराह करने के लिए फर्जी रिपोर्ट दर्ज कराई थी
वहीं इस मामले पर जानकारी देते हुए CO सुजीत राय ने बताया कि, संगीता ने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन परिवार वालों की सजगता और बेटे की गवाही के आधार पर साजिश का पर्दाफाश हो गया।