30 हजार शिक्षकों को नई तैनाती, अब घर के पास करेंगे ड्यूटी,
पंचायत चुनाव से पहले बड़ा कदम
25 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद ने सोमवार देर रात एक बड़ा फैसला लेते हुए 20,182 सहायक अध्यापकों के तबादलों की सूची जारी कर दी। ये तबादले करीब आठ वर्षों के लंबे इंतजार के बाद किए गए हैं, जिससे शिक्षकों में काफी खुशी और राहत का माहौल है। पहली बार इतने बड़े पैमाने पर शिक्षकों को जिले के भीतर ही एक स्कूल से दूसरे स्कूल में स्थानांतरित किया गया है। खास बात यह रही कि शहरी क्षेत्र के शिक्षक शहरी क्षेत्र में और ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षक ग्रामीण क्षेत्र में ही स्थानांतरित किए गए हैं।
30 हजार शिक्षकों को घर के पास मिली नई तैनाती
इस ट्रांसफर सत्र में कुल 30,000 शिक्षकों को उनके घर के पास सेवा देने का अवसर मिला है। इसे सरकार द्वारा पंचायत चुनाव से पहले शिक्षकों की नाराजगी दूर करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। कई अध्यापिकाएं जो वर्षों से अपने घरों से दूर तैनात थीं, अब सरकार के इस फैसले से उन्हें राहत मिली है। बेसिक शिक्षा परिषद ने जून महीने में 4636 शिक्षकों के परस्पर (म्युचल) ट्रांसफर किए थे। इसके अलावा 9 जून को 9272 शिक्षकों को उनके गृह जिले के विद्यालय में तैनाती का मौका मिला और 19 जून को 543 शिक्षकों का अंतर्जनपदीय (जिले से बाहर) ट्रांसफर हुआ।
तबादले की सूची में 38 जिलों को किया गया शामिल
ट्रांसफर की इस प्रक्रिया में आगरा, अमेठी, गोरखपुर, कानपुर देहात, बरेली, बाराबंकी, चित्रकूट, मथुरा, मुरादाबाद, रायबरेली, सुल्तानपुर, झांसी, जौनपुर और वाराणसी समेत 38 जिलों के शिक्षकों को शामिल किया गया। कुशीनगर में सबसे ज्यादा 104 और महाराजगंज में 84 शिक्षकों के तबादले हुए, जबकि वाराणसी में सबसे कम केवल एक शिक्षक का ट्रांसफर हुआ।
पांच साल की अनिवार्यता खत्म
उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि इस बार सरकार ने ट्रांसफर नीति को सरल बनाया है और पांच वर्ष की अनिवार्यता भी हटा दी गई, जिससे बड़ी संख्या में ट्रांसफर संभव हो सके। यह फैसला शिक्षकों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करने वाला साबित हुआ है।