पुलिस अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने के बहाने 2027 की चुनावी बिसात बिछा गए मोदी के शाह,
पूरे भाषण में पिछली सरकार से की कानून व्यवस्था की तुलना
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
UP Police Recruitment 2025: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के डिफेंस एक्सपो मैदान में शनिवार को एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज हुआ, जब एक ही दिन में 60,244 अभयर्थियों को यूपी पुलिस आरक्षी के नियुक्ति पत्र सौंपे गए। इस आयोजन के ज़रिए भाजपा ने एक ओर कानून-व्यवस्था को लेकर वाह वाही बटोरी तो वहीं दुसरी ओर पूर्व की सरकारों पर निशाना साध कर 2027 के विधानसभा चुनावों कि राजनीतिक बिसात बिछा दिया
अमित शाह ने की कानुन व्यवस्था की तारीफ
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए उन्हें एक सफल और लोकप्रिय मुख्यमंत्री बताया। उन्होंने कहा कि 2017 में सत्ता संभालने के बाद योगी सरकार ने कानून व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव किया है। शाह ने जोर देकर कहा कि 60,244 सिपाही बिना किसी पर्ची या खर्ची के चुने गए हैं, जो पारदर्शिता का प्रतीक है। शाह ने यह भी ऐलान किया कि अगले पांच वर्षों में केंद्र सरकार एक ऐसा सिस्टम विकसित करेगी, जिसमें किसी भी FIR का निपटारा सुप्रीम कोर्ट तक सिर्फ तीन साल में संभव होगा। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में अब गुंडों का राज नहीं चलता। इन नवचयनित सिपाहियों के ज़रिए कानून व्यवस्था और भी मज़बूत होगी।
ट्रेनिंग में बहाओ पसीना, ड्यूटी में बचेगा खून
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा, “जितना पसीना ट्रेनिंग में बहाओगे, ड्यूटी में उतना ही खून बचेगा।” उन्होंने बताया कि बीते 8 वर्षों में डबल इंजन सरकार ने 8.5 लाख से अधिक नौकरियां दी हैं, और यह पूरी प्रक्रिया बिना किसी रिश्वत के पारदर्शिता के साथ पूरी हुई है।
1,300 बसों से लाए गए सिपाही
बता दें कि इन सिपाहियों को लगभग 1,300 बसों के जरिए लखनऊ लाया गया ताकि वे इस ऐतिहासिक पल का गवाह बन सकें। वहीं मंच से बोलते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यूपी में अब गुंडों का राज नहीं चलता और ये नए सिपाही प्रदेश में कानून व्यवस्था को और मजबूत करेंगे। उन्होंने कहा कि अगले 5 वर्षों में ऐसा सिस्टम बनेगा कि FIR दर्ज होने के 3 साल के अंदर सुप्रीम कोर्ट तक फैसला आ जाएगा।
8.5 लाख से ज्यादा युवाओं को मिली सरकारी नौकरी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि ट्रेनिंग में जितना पसीना बहाओगे, ड्यूटी में उतना ही खून बचेगा। उन्होंने बताया कि डबल इंजन सरकार ने बीते 8 सालों में साढ़े 8 लाख से ज्यादा नौकरियां दी हैं। गरीब परिवारों के बच्चे बिना किसी रिश्वत के इस भर्ती प्रक्रिया में सफल हुए हैं।
12 हजार से ज्यादा लड़कियां बनीं सिपाही
इस मौके पर कई चयनित अभ्यर्थियों की भावनाएं भी सामने आईं। बरेली से आई इज्मा अबी ने कहा कि 12 हजार से ज्यादा लड़कियों का सिपाही बनना बड़ी बात है और इसमें किसी ने भी एक पैसा नहीं दिया। प्रीति ने कहा कि उनके परिवार में यह पहली सरकारी नौकरी है। प्रयागराज के अनुराग शर्मा ने कहा कि पहले की सरकारों में घूस के बिना नौकरी नहीं मिलती थी, लेकिन यह भर्ती पूरी तरह पारदर्शी रही।
पेपर लीक के बाद दोबारा हुई परीक्षा
भर्ती प्रक्रिया अक्टूबर 2023 से शुरू हुई थी। पहले परीक्षा पेपर लीक होने पर इसे दोबारा कराया गया। 48 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। इसके बाद 1.74 लाख को फिजिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया, जो फरवरी 2025 में हुआ। फिर नॉर्मलाइज्ड स्कोर और आरक्षण के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार हुई, जिसमें 48,196 पुरुष और 12,048 महिलाएं चयनित हुईं। सबसे ज्यादा अभ्यर्थी आगरा 2,349 से और सबसे कम श्रावस्ती 25 से चयनित हुए।
भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता पर दिया गया पूरा जोर
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि पहले की सरकारों में घूस के बिना नौकरी नहीं मिलती थी, लेकिन अब सब कुछ पारदर्शी है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि गृहमंत्री शाह के प्रयासों से नक्सलवाद अब देश से समाप्त हो रहा है। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में हर जिले में साइबर थाना, नई फोरेंसिक लैब, और बढ़ी ट्रेनिंग सुविधाओं के साथ, ये नए सिपाही आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को नई दिशा देंगे।