धर्मांतरण के मास्टरमाइंड झांगुर बाबा की 3 करोड़ की कोठी पर चला बुलडोजर,
ATS के खुलासे से हड़कंप
18 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में धर्मांतरण के मास्टरमाइंड कहे जा रहे जमालुद्दीन उर्फ छांगुर उर्फ झांगुर बाबा की आलीशान कोठी पर मंगलवार को प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। प्रशासन की तीन टीमों ने सुबह 10 बजे महिला मित्र नीतू उर्फ नसरीन के नाम पर बनी इस कोठी में अवैध निर्माण को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। यह वही कोठी है जिसे ATS ने धर्मांतरण के नेटवर्क का मुख्य अड्डा बताया है।
भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में तोड़ा गया ताला
बलरामपुर जिले के शिवपुर इलाके में स्थित कोठी के मुख्य गेट पर जब प्रशासनिक टीम पहुंची तो वहां ताला लगा था। अधिकारियों की निगरानी में ताला तोड़कर टीम अंदर घुसी और घर के सभी कमरों की गहन तलाशी ली गई। इस दौरान डीएम पवन अग्रवाल भी मौके पर मौजूद रहे और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।
तीन बार दिया गया था अवैध निर्माण का नोटिस
उतरौला तहसीलदार सत्यपाल प्रजापति ने बताया कि 17 मई, 17 जून और 7 जुलाई को अवैध निर्माण को लेकर नोटिस भेजा गया था, लेकिन न तो कोई जवाब मिला और न ही निर्माण हटाया गया। इसके बाद जा कर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई का निर्णय लिया।
एटीएस ने लखनऊ से किया था झांगुर बाबा को गिरफ्तार
इससे पहले शनिवार को यूपी एटीएस ने झांगुर बाबा और उसकी महिला मित्र नसरीन को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। उन पर लखनऊ के ATS थाने में संगठित धर्मांतरण का मुकदमा दर्ज है। बता दें कि दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
करोड़ों की संपत्ति और विदेशी फंडिंग का जाल
ATS प्रमुख अमिताभ यश ने बताया कि जांच में पता चला है कि झांगुर बाबा और उसके साथियों ने विदेशी फंडिंग से एक साल में करोड़ों की संपत्तियां खड़ी कीं। उन्होंने 40 से ज्यादा बार इस्लामिक देशों की यात्रा की और 40 से अधिक बैंक खातों के जरिए करीब 100 करोड़ रुपये का लेनदेन किया। इस पैसे से बंगले, शोरूम और लग्जरी गाड़ियां खरीदी गईं थी।
शिजर-ए-तैय्यबा नामक किताब से किया ब्रेनवॉश
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जमालुद्दीन उर्फ झांगुर बाबा खुद को पीर बाबा और हजरत बाबा जलालुद्दीन के नाम से प्रचारित करता था। उसने शिजर-ए-तैय्यबा नाम की एक धार्मिक किताब भी छपवाई थी, जिससे वह लोगों का ब्रेनवॉश करता और उन्हें धर्मांतरण के लिए प्रेरित करता।
टारगेट पर थीं हिंदू लड़कियां
दरअसल, जांच में खुलासा हुआ कि झांगुर बाबा का निशाना खासकर हिंदू लड़कियां थीं। वह गरीब महिलाओं, विधवाओं और मजदूरों को पैसे, शादी और सुरक्षा का लालच देकर धर्मांतरण के लिए फांसता था। हर जाति की लड़की के लिए अलग-अलग रेट तय थे। ब्राह्मण, सरदार और क्षत्रिय लड़कियों के लिए 15-16 लाख, पिछड़ी जातियों के लिए 10-12 लाख और अन्य जातियों के लिए 8-10 लाख रुपये तय थे।
फर्जी पहचान से किया लड़कियों को गुमराह
एक मामले में लखनऊ निवासी गुंजा गुप्ता को एक युवक अबू अंसारी ने खुद को अमित बताकर झांसे में लिया और झांगुर बाबा की दरगाह ले गया। वहां उसका नाम बदलकर अलीना अंसारी कर दिया गया। जांच में सामने आया कि इस तरह के कई केस हैं जिनमें पहचान छुपाकर धर्मांतरण कराया गया जा चुका है।
पहले भी हुई थीं गिरफ्तारियां
यूपी एटीएस ने नवंबर 2024 में इस गिरोह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। 8 अप्रैल 2025 को बाबा के बेटे महबूब और नवीन उर्फ जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से ही झांगुर बाबा फरार चल रहा था। आखिरकार बीते शनिवार को उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
बुलडोजर कार्रवाई का संदेश
बलरामपुर में हुई इस बुलडोजर कार्रवाई को सरकार की सख्त मंशा के तौर पर देखा जा रहा है। प्रशासन और एटीएस ने साफ कर दिया है कि धर्मांतरण जैसे मामलों में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही अवैध कमाई से खड़ी की गई संपत्तियां भी नष्ट कर दी जाएंगी।