जाति छिपाकर कर ली शादी, यादव निकली दुल्हन तो 18 घंटे में रिश्ता टूटा,
झांसी में लोधी दूल्हा बोला- मंदिर में लिए फेरे अब नहीं मान्य
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: झांसी में जातिवाद का ज़हर एक बार फिर उजागर हो गया है। जहां झांसी के रक्सा इलाके के बसाई गांव में एक युवती की शादी मात्र 18 घंटे में टूट गई, क्योंकि वह यादव जाति की थी। दूल्हा लोधी समुदाय से था और जब उसे लड़की की असली जाति पता चली, तो उसने उसे अपनाने से इंकार कर दिया। मामला थाने तक पहुंचा, जहां दोनों परिवारों ने आपसी सहमति से रिश्ता खत्म कर दिया। वहीं इटावा में भी जाति के नाम पर कथावाचक के साथ मारपीट और अपमान का मामला सामने आया था।
लोधी बताकर लाई गई दुल्हन
दरअसल, यह पूरा मामला झांसी के बसाई गांव का है, जहां 28 वर्षीय धर्मेंद्र राजपूत की शादी मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की एक युवती से तय हुई थी। धर्मेंद्र के पिता शगुन राजपूत के मुताबिक, गांव के एक युवक ने उन्हें लड़की का रिश्ता बताया और कहा कि वह लोधी समाज की है। उसने शादी के लिए 50 हजार रुपये की मांग रखी। राजपूत परिवार ने शुरुआत में ही 20 हजार रुपये दे दिए, जिसके बाद शादी की तारीख 27 जून तय हुई।
शादी के बाद हुआ खुलासा
बताया जा रहा है कि युवती के भाई ने आधार कार्ड नहीं दिखाया, और जबरदस्ती विश्वास करवा लिया। बड़ी माता मंदिर में पूरे हिंदू रीति-रिवाज से शादी कराई गई। जयमाला के बाद फेरे भी हुए। शादी के बाद युवती का भाई फिर से 50 हजार की मांग करने लगा। इसको लेकर विवाद हुआ। शराब के नशे में युवक ने स्वीकार कर लिया कि वे यादव हैं न कि लोधी। इस खुलासे के बाद युवती का भाई फरार हो गया।
थाने में हुई सुलह
दुल्हन को लेकर जब धर्मेंद्र अपने घर पहुंचे, तो युवती ने खाना-पीना छोड़ दिया। आखिरकार 28 जून को पूरे मामले को लेकर परिवार थाने पहुंचा। दुल्हन के भाई को भी बुलाया गया। दोनों परिवारों ने आपसी सहमति से रिश्ता तोड़ने का निर्णय लिया और युवती अपने भाई के साथ चली गई।
इटावा में जाति पूछकर कथावाचक की पिटाई
उधर इटावा के दादरपुर गांव में 22 जून को भागवत कथा हो रही थी। कथावाचक मुकुट मणि सिंह के अनुसार, ब्राह्मणों ने पहले उनकी जाति पूछी और जब उन्होंने यादव बताया, तो उन पर दलित होने का आरोप लगाकर मारपीट की गई। कथावाचक की चोटी काट दी गई, सिर मुंडवा दिया गया और हारमोनियम तोड़ दिया गया।