कोडिनयुक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार पर योगी सरकार का अब तक का सबसे बड़ा एक्शन,
31 जिलों में 133 फर्मों पर FIR
4 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में कोडिनयुक्त कफ सिरप और नशीली दवाओं के अवैध व्यापार पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई चल रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने का ऐलान किया था। इसी मिशन को आगे बढ़ाते हुए वर्ष 2022 में एएनटीएफ का गठन हुआ और अब एफएसडीए की ओर से पूरे प्रदेश में एक व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। यह क्रैकडाउन न सिर्फ दवाओं की अवैध तस्करी पर रोक लगाने के लिए है, बल्कि ऐसे लोगों को चिन्हित करने के लिए भी है जो युवाओं को नशे की लत में धकेल रहे थे। सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
देश का सबसे बड़ा क्रैकडाउन, 133 फर्मों पर FIR एफएसडीए ने अभियान शुरू करने से पहले झारखंड, हरियाणा और हिमाचल जैसे राज्यों में जांच की, जहाँ से सप्लाई और कारोबारी संबंध जुड़े पाए गए। इसके बाद दो महीने पहले क्रैकडाउन शुरू हुआ, जो अभी भी जारी है। इस दौरान 31 जिलों में छापेमारी कर 133 फर्मों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई और कई संचालकों को जेल भेजा गया। सरकार का कहना है कि जबकि अन्य राज्यों में सिर्फ औपचारिक कार्रवाई हुई, यूपी में यह ऑपरेशन अब तक का सबसे बड़ा है।
पहली बार NDPS और BNS एक्ट में मुकदमा दर्ज एफएसडीए सचिव एवं आयुक्त डॉ. रोशन जैकब के अनुसार मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया था कि कार्रवाई सिर्फ लाइसेंस रद्द करने तक सीमित न हो, बल्कि ऐसी कार्रवाई हो जो पूरे देश के लिए उदाहरण बन सके। इसी कारण पहली बार कोडिनयुक्त कफ सिरप के अवैध डायवर्जन पर NDPS और BNS एक्ट में मुकदमे दर्ज किए गए और जिलाधिकारियों को गैंगस्टर एक्ट लागू करने के निर्देश भी भेजे गए।
332 औषधि दुकानों की जांच, अवैध तस्करी में पकड़ी गईं 133 फर्में एफएसडीए की जांच में सामने आया कि कई औषधि प्रतिष्ठान वास्तविक रूप से अस्तित्व में ही नहीं थे और सिर्फ बिलिंग पॉइंट के रूप में चल रहे थे। कई दुकानों में उचित भंडारण और रिकॉर्ड भी नहीं मिले। 332 प्रतिष्ठानों की जांच में पाया गया कि 133 फर्में संगठित तरीके से कोडिनयुक्त सिरप को गैर-चिकित्सकीय उपयोग के लिए नेपाल और बांग्लादेश भेज रही थीं। मुख्य रूट लखनऊ, कानपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच → नेपाल वाराणसी, गाजियाबाद → बांग्लादेश। कई जिलों जैसे कि वाराणसी, जौनपुर, प्रयागराज, सिद्धार्थनगर, सहारनपुर, बरेली, अमेठी में भी ऐसे मामले मिले।
सीएम ने दिया था सख्त आदेश- गोरखधंधे में शामिल बड़े लोगों पर ही एक्शन दो महीने पहले मुख्यमंत्री ने साफ कहा था कि अवैध नशीली दवाओं के धंधे पर तुरंत रोक लगाई जाए। छोटे व्यापारियों को परेशान न किया जाए, लेकिन गोरखधंधे में शामिल सुपर स्टॉकिस्ट और होलसेलर पर सीधी कार्रवाई हो। इसी निर्देश के बाद यह सबसे बड़ा क्रैकडाउन शुरू हुआ।