UP News: यूपी प्रशासनिक सेवा में जल्द होंगे बड़े बदलाव,
मुख्य सचिव के नाम को लेकर मंथन तेज
1 months ago
Written By: STATE DESK
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में जल्द ही बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है। शासन के उच्च स्तर पर मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों के स्तर पर बदलाव की चर्चाएं तेज हो गई हैं। सूबे में वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की कमी के चलते एक-एक अधिकारी के पास कई विभागों की जिम्मेदारी है, जिससे शासन की कार्यशैली पर प्रभाव पड़ रहा है।
एक अधिकारी, कई विभाग
जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में कई आईएएस अधिकारी एक साथ दो से तीन प्रमुख विभागों का कार्यभार संभाल रहे हैं। दीपक कुमार को हाल ही में कृषि उत्पादन आयुक्त का अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है, जबकि वे पहले से ही अपर मुख्य सचिव वित्त, माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा विभाग संभाल रहे हैं। इसी प्रकार जितेंद्र कुमार जो कि 1990 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, 30 जून को रिटायर हो रहे हैं। वे इस समय पुनर्गठन समन्वय, भाषा, राष्ट्रीय एकीकरण, और हिंदी संस्थान निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। उनके सेवानिवृत्त होने के बाद इन विभागों में स्थायी तैनातियां या अतिरिक्त प्रभार तय किया जाएगा।
मुख्य सचिव के नाम पर मंथन
बड़ी खबर यह भी है कि, वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव पद पर आसीन मनोज कुमार सिंह भी अगले माह रिटायर हो रहे हैं। तो ऐसे में उनके कार्यकाल को लेकर चर्चाएं गर्म हैं। एक ओर जहां यह कहा जा रहा है कि, उनका कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है, वहीं दूसरी ओर नए नामों पर भी विचार किया जा रहा है।
आइए जानते हैं कि, मुख्य सचिव पद की दौड़ में किन वरिष्ठ अधिकारियों के नाम शामिल हैं--
1-एस.पी. गोयल
2- देवेश चतुर्वेदी
3- दीपक कुमार
सूत्रों के मुताबिक, यदि कार्यकाल विस्तार नहीं हुआ तो इन्हीं में से किसी अधिकारी को यह जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। बताया जा रहा हि कि, इसके लिए जल्द ही केंद्र सरकार को पत्र भेजे जाने की तैयारी चल रही है।
मंडलायुक्त और डीएम स्तर पर भी हो सकते हैं बदलाव
बताया जा रहा है कि, ये प्रशासनिक बदलाव सिर्फ सचिवालय तक ही सीमित नहीं रहेंगे। मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों के तबादलों की भी प्रबल संभावना जताई जा रही है। खबरें हैं कि, शासन में बैठे कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को मंडलों में फील्ड तैनाती भी दी जा सकती है।