HR88B-8888 के लिए 1.17 करोड़ की बोली:
IT एक्ज़ीक्यूटिव सुधीर का बयान और अनिल विज की जांच की मांग
6 days ago Written By: Aniket Prajapati
IT एग्जीक्यूटिव सुधीर ने हरियाणा के फैंसी नंबर HR88B-8888 की ऑनलाइन नीलामी में 1.17 करोड़ रुपये से अधिक की बोली लगाकर सबको चौंका दिया था, लेकिन पैसे जमा न करने के कारण वे नंबर हासिल करने में नाकाम रहे। सुधीर ने अब कहा है कि बोली ज़्यादा लग गई और वह दोबारा इस तरह बोली नहीं लगाएंगे। उन्होंने बताया कि उनके पास पहले से 0777 नंबर वाली चार कारें हैं और एक ज्योतिषी ने उन्हें 8888 नंबर लकी बताकर सलाह दी थी। मंत्री अनिल विज ने इस घटना पर चिंता जताई और बोली लाने वाले की वित्तीय योग्यता की जांच करने के निर्देश दिए हैं; सुधीर ने कहा कि वह किसी भी जांच का स्वागत करते हैं।
सुधीर ने क्या कहा
सुधीर का कहना है कि बोली लगा तो दी लेकिन भुगतान के चरण में वे सफल नहीं रहे। उन्होंने बताया कि भारी बोली लगाने की वजह ज्योतिषी की सलाह और नंबरों के शौक थे। अब वे इस हंगामे को अनावश्यक मानते हैं और आगे निजी तौर पर नंबर खरीदने की बात कर रहे हैं। मंत्री के सवाल पर सुधीर ने कहा कि वे किसी भी तरह की जाँच में सहयोग करेंगे और जांच का स्वागत करते हैं।
अनिल विज की चिंता और आदेश
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा कि सरकारी ऑनलाइन ऑक्शन से फैंसी और VVIP नंबरों की बिक्री से सरकार को महत्वपूर्ण राजस्व मिलता है और इसे दुरुपयोग से बचाना होगा। विज ने कहा कि बिना असली इरादे या भुगतान क्षमता के ऊँची बोली लगाना सही नहीं है और इस तरह के ट्रेंड पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने ट्रांसपोर्ट अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बोली लगाने वाले की आमदनी और संपत्ति की जांच की जाए।
पारदर्शिता के लिए आयकर जांच की मांग
अनिल विज ने स्पष्ट किया कि ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट इनकम टैक्स विभाग को लिखकर बोली लगाने वाले की फाइनेंशियल वेरिफिकेशन कराएगा। उनका कहना है कि नीलामी प्रक्रिया की ईमानदारी और सरकारी राजस्व की सुरक्षा के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही अनिवार्य है। यदि किसी ने 1.17 करोड़ की बोली लगाई है तो यह पुष्टि आवश्यक है कि उसके पास भुगतान क्षमता थी।