यूपी बोर्ड 42000 टीचर्स से पूछेगा-जिम्मेदारी क्यों नहीं निभाई?
मास्टर जी बताइए, अब आपके खिलाफ क्या करें कार्रवाई
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
UP Board Exam Evaluation: उत्तर प्रदेश बोर्ड (UP बोर्ड) 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं की कापियों के मूल्यांकन में लापरवाही करने वाले परीक्षकों पर अब सख्त कार्रवाई करने जा रहा है। बोर्ड ने 220 मूल्यांकन केंद्रों पर ऐसे करीब 42,000 परीक्षकों की सूची तैयार कर ली है। इन सभी परीक्षकों को नोटिस भेजी जाएगी। उनसे पूछा जाएगा कि उन्होंने मूल्यांकन कार्य क्यों नहीं किया। जवाब मिलने के बाद उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।
42,000 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस
बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने बताया कि सचिव ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (DIOS) को पत्र भेजा था। उसमें मूल्यांकन न करने वाले शिक्षकों की पूरी डिटेल मांगी गई थी। अब तक 42,000 शिक्षकों की सूची प्राप्त हो चुकी है। इन सभी को कारण बताओ नोटिस भेजा जाएगा। उनसे पूछा जाएगा कि वे मूल्यांकन के लिए क्यों नहीं आए? क्या उन्होंने परीक्षा के दौरान कक्षा निरीक्षण की ड्यूटी की थी और मूल्यांकन के दौरान वे अनुपस्थित क्यों थे? ये सवाल पूछे जाएंगे।
54 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं पंजीकृत
यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 में कुल 54,37,233 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। हाईस्कूल में 27,32,216 और इंटरमीडिएट में 27,05,017 छात्राएं थीं। हाईस्कूल में 14,49,736 लड़के और 12,82,458 लड़कियां पंजीकृत थीं। इंटरमीडिएट में 14,58,983 छात्र और 12,46,024 छात्राएं थीं। इसमें 32 ट्रांसजेंडर परीक्षार्थी भी शामिल थे। मूल्यांकन के लिए लगभग डेढ़ लाख परीक्षक लगे थे। कुल तीन करोड़ कापियां मूल्यांकन के लिए थी। यदि सभी परीक्षक समय पर कापियां जांचते तो काम 4-5 दिन में पूरा हो जाता। लेकिन लापरवाही के कारण 15 दिन लगे। कई परीक्षकों ने तो रोजाना सिर्फ 5 से 20 कापियां जांचीं। इसलिए पूरी प्रक्रिया में देरी हुई।
कम कापियां जांचने वाले परीक्षकों पर होगी कार्रवाई
यूपी बोर्ड कम कापियां जांचने वाले परीक्षकों पर भी कार्रवाई करेगा। जो परीक्षक मानक से कम कापियां जांचेगा उस पर भी विभागीय कदम उठाए जाएंगे। बोर्ड देख रहा है कि कौन परीक्षक कितनी कापियां कब जांचा। बोर्ड ने ग्रीवांस सेल भी खोला है। इसमें 26 मई तक छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। अभी तक 252 शिकायतें मिली हैं। इनमें प्रैक्टिकल में अनुपस्थिति, अंक न मिलना, नाम और जन्म तिथि की गलती जैसी समस्याएं हैं।
जल्द सुलझाई जाएंगी शिकायतें
प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय की अपर सचिव विभा मिश्रा ने बताया कि सभी शिकायतें जल्दी ठीक कर दी जाएंगी। छात्र-छात्राओं को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए जल्द आवेदन करना चाहिए। इस कदम से बोर्ड की परीक्षा प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और जिम्मेदार बनेगी। परीक्षकों की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई से भविष्य में गुणवत्ता में सुधार होगा।