सोनभद्र के जंगल में मिला एक ऐसा अनोखा खजाना, जिससे बदल सकती है देश की तकदीर,
खुदाई में जुटा परमाणु विभाग
5 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक बड़ा वैज्ञानिक अभियान शुरू हुआ है। म्योरपुर ब्लॉक के चितपहरी जंगल में परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) ने यूरेनियम खनन की संभावनाओं को लेकर गुप्त और तकनीकी रूप से उन्नत खुदाई प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस अभियान को बेहद संवेदनशील माना जा रहा है, क्योंकि अगर यूरेनियम के भंडार की पुष्टि होती है, तो यह न केवल भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को मजबूत करेगा, बल्कि स्थानीय क्षेत्र के विकास में भी बड़ा योगदान दे सकता है।
1100 फीट गहराई तक शुरू हुई खुदाई
परमाणु ऊर्जा विभाग की विशेष टीम ने चितपहरी जंगल में 1100 फीट गहराई तक खुदाई शुरू कर दी है। यह खुदाई पूरी तरह से वैज्ञानिक उपकरणों की मदद से की जा रही है। विभाग ने इस कार्य के लिए अत्याधुनिक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक और स्पेक्ट्रोमीटर डिवाइस का उपयोग किया है। पहले हवाई और फिर जमीनी सर्वेक्षण कर यह तय किया गया कि इस क्षेत्र में यूरेनियम जैसे कीमती खनिज हो सकते हैं। खोज का यह अभियान सोनभद्र के कुदरी पहाड़ी क्षेत्र में केंद्रित है। इस इलाके में पहले भी खनिजों की मौजूदगी की संभावना जताई गई थी, लेकिन अब वैज्ञानिक तरीके से इसकी पुष्टि की जा रही है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यदि यहां यूरेनियम पाया गया तो इससे देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को नया बल मिलेगा।
देश के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को मिलेगी ताकत
परमाणु ऊर्जा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह खोज देश की ऊर्जा सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है। अगर यूरेनियम के भंडार की पुष्टि होती है, तो इससे भारत के परमाणु रिएक्टरों को सस्ता और टिकाऊ ईंधन मिल सकेगा। यह भारत के दीर्घकालिक ऊर्जा नीति के लिए एक सकारात्मक संकेत होगा।
स्थानीय लोगों के लिए भी अच्छे संकेत
इस खोज से सोनभद्र जैसे आदिवासी और पिछड़े जिले में विकास की नई राह खुल सकती है। खनन गतिविधियों से रोजगार के अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र में आधारभूत ढांचे का विकास भी संभव है। विभाग ने यह भी आश्वासन दिया है कि पर्यावरणीय नियमों का पूरी तरह पालन किया जाएगा और स्थानीय लोगों के हितों को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।