शामली के भेसानी जंगल में मुठभेड़,
50 हजार का इनामी डकैत समयदीन उर्फ सामा ढेर
6 days ago
Written By: Aniket Prajapati
उत्तर प्रदेश के शामली जिले में मंगलवार तड़के भेसानी जंगल गोलियों की आवाज से गूंज उठा। यहां पुलिस और कुख्यात डकैत समयदीन उर्फ सामा के बीच आमने-सामने मुठभेड़ हुई। 50 हजार के इनामी समयदीन पर उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में डकैती, लूट, हत्या और अवैध हथियारों जैसे 23 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज थे। तीनों राज्यों की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल यह बदमाश लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर था। पुलिस को सूचना मिली थी कि सामा अपने पांच साथियों के साथ भेसानी के जंगल में एक ईंट भट्ठे के पास किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहा है।
पुलिस ने घेराबंदी कर किया आत्मसमर्पण का संकेत, बदमाशों की फायरिंग से शुरू हुई मुठभेड़
सूचना मिलते ही पुलिस की कई टीमों ने जंगल को चारों तरफ से घेर लिया और बदमाशों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा। लेकिन समयदीन और उसके साथी पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने लगे। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए मोर्चा संभाला। इसी दौरान समयदीन को गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस उसे अस्पताल ले गई, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल, थाना प्रभारी बाल-बाल बचे
मुठभेड़ में बाबरी थाना प्रभारी राहुल सिसोदिया की जैकेट पर भी गोली लगी, लेकिन वह सुरक्षित बच गए। वहीं एक अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुआ जिसे जिला अस्पताल रेफर किया गया है। पुलिस ने मौके से दो पिस्तौल, एक तमंचा और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद किए।
नफीस का खास साथी, पंजाब और कर्नाटक में बना रखा था ठिकाना
समयदीन वही बदमाश था जो पिछले साल कांधला में मुठभेड़ में मारे गए एक लाख के इनामी नफीस का करीबी था। नफीस की मौत के बाद वह पंजाब भाग गया और वहीं से कई राज्यों में अपराध करता रहा। वह मूल रूप से कांधला कस्बे का रहने वाला था लेकिन लंबे समय से कर्नाटक के तुमकुर में ठिकाना बनाकर छिपा हुआ था।
पांच साथी फरार, जंगल में कॉम्बिंग जारी
मुठभेड़ के दौरान सामा के पांच साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। पुलिस ने पूरे जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। एसपी शामली एनपी सिंह ने इसे बड़ी सफलता बताया और कहा कि गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश तेज कर दी गई है।