मुजफ्फरनगर मुठभेड़ में ढेर हुआ एक लाख का इनामी शार्प शूटर,
जीवा गैंग का था करीबी साथी
12 days ago
Written By: Sandeep Shukla
Uttar Pradesh News: मुजफ्फरनगर में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को बड़ी कामयाबी मिली है। एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने कुख्यात अपराधी और संजीव जीवा गैंग के शार्प शूटर शाहरुख पठान को मुठभेड़ में मार गिराया। यह कार्रवाई छपार थाना क्षेत्र के रोहाना मार्ग पर की गई। शाहरुख पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था और वह हत्या, रंगदारी और गवाहों की हत्या जैसे गंभीर मामलों में वांछित था।
हरिद्वार के कंबल व्यापारी की हत्या में काट रहा था उम्रकैद
शाहरुख पठान वर्ष 2017 में हरिद्वार के कंबल व्यापारी अमित दीक्षित उर्फ गोल्डी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था। इस मामले में संजीव जीवा को भी उम्रकैद हुई थी। जेल में रहते हुए शाहरुख की पहचान जीवा और मुख्तार अंसारी जैसे अपराधियों से हुई और यहीं से उसका संगठित अपराध की दुनिया में पूरी तरह प्रवेश हुआ।
जमानत पर छूटने के बाद बना फिर से खतरनाक
छह महीने पहले शाहरुख जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। इसके बाद उसने फिर से आपराधिक गतिविधियां शुरू कर दी थीं। वह पुराने हत्या मामलों के गवाहों को धमका रहा था और उन पर हमला करने की साजिशें रच रहा था। संभल जिले में भी उस पर जानलेवा हमले और धमकी का मामला दर्ज था, जिसके चलते सरकार ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित कर रखा था।
गवाह की भी की थी हत्या
शाहरुख ने 2015 में मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर पुलिस हिरासत में रहते हुए एक हत्या की थी। इसके बाद वह 2016 में पुलिस हिरासत से फरार हो गया। 2017 में उसने हरिद्वार में व्यापारी सुभाष सैनी को मारने की योजना बनाई थी, लेकिन गलती से गोल्डी की हत्या कर दी। बाद में उसी हत्याकांड के गवाह यासीन की भी उसने हत्या कर दी थी।
मुठभेड़ में बरामद हुए हथियार और कार
एसटीएफ ने मुठभेड़ के बाद मौके से एक 30 बोर की विदेशी बरेटा पिस्टल, 32 बोर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री रिवॉल्वर, 9 एमएम की विदेशी पिस्टल, बिना नंबर की ब्रेजा कार और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए। एसटीएफ मेरठ यूनिट ने इस मुठभेड़ को अंजाम देकर एक बेहद खतरनाक अपराधी को खत्म किया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई राज्य में संगठित अपराध को जड़ से खत्म करने के अभियान का हिस्सा थी। शाहरुख की मौत को पुलिस ने एक बड़ी सफलता बताया है।