चलती कार में बनते थे नकली नोट, शाहजहांपुर में बड़ा गिरोह गिरफ्तार,
15 लाख की करेंसी बरामद
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: शाहजहांपुर में पुलिस ने एक बड़े नकली नोट गिरोह का पर्दाफाश किया है। सोमवार को चौक कोतवाली पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो लग्जरी कार में घूम-घूमकर नकली नोटों की सप्लाई कर रहे थे। इनके पास से पुलिस ने कुल 4 लाख 61 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। साथ ही एक कार, बाइक, लेमिनेशन मशीन, प्रिंटर, लैपटॉप और नोट बनाने से जुड़ी सामग्री भी जब्त की गई है। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह अब तक करीब 15 लाख रुपये के नकली नोट अलग-अलग जिलों में खपा चुका है। मामले की गंभीरता को देखते हुए गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
नकली नोट गैंग का सरगना डॉक्टर नफीस मुरादाबाद से गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य आरोपी डॉक्टर नफीस मुरादाबाद का रहने वाला है, जबकि उसके साथी पंकज गंगवार उत्तराखंड के उधमसिंह नगर और निखिल मिश्रा शाहजहांपुर के निवासी हैं। पूछताछ में डॉक्टर नफीस ने बताया कि उसने पहले नकली चांदी का धंधा किया था जो नहीं चला। फिर उसने पैथोलॉजी की पढ़ाई की लेकिन लैब भी नहीं चली। कोविड महामारी के दौरान वह बेरोजगार हो गया, तभी रामपुर निवासी जाकिर से नकली नोट बनाने की ट्रेनिंग ली।
चलती कार में छपते थे नकली नोट
नफीस ने बताया कि वह असली नोट की फोटोशॉप कॉपी बनाकर, उसे प्रिंटर से निकालकर, लेमिनेशन मशीन और खास रंगों की मदद से हूबहू नकली नोट तैयार करता था। खास बात ये है कि ये नोट वह चलती कार के अंदर भी बना लेते थे। पंकज और निखिल को वह कमीशन पर नकली नोट देता था, जो उन्हें अलग-अलग जिलों में चलाने का काम करते थे।
पुलिस की सख्ती से घबराया गिरोह
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ जारी है और गिरोह में शामिल बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि नकली नोटों का यह गिरोह तकनीकी तरीके से काम करता था और इससे पहले भी अन्य जिलों में सक्रिय रहा है। पुलिस की यह कार्रवाई जिले में नकली करेंसी के खिलाफ बड़ी सफलता मानी जा रही है।