महाराष्ट्र में महिला डॉक्टर की आत्महत्या से हड़कंप, पुलिस अफसर और सॉफ्टवेयर इंजीनियर पर दुष्कर्म व प्रताड़ना का आरोप,
सीएम फडणवीस ने दिए जांच के आदेश
3 days ago Written By: Aniket Prajapati
महाराष्ट्र के सतारा जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां 28 वर्षीय महिला डॉक्टर ने गुरुवार देर रात आत्महत्या कर ली। मृतका फलटण उप-जिला अस्पताल में मेडिकल अधिकारी के रूप में तैनात थी। डॉक्टर ने अपनी बाईं हथेली पर सुसाइड नोट लिखा, जिसमें पुलिस सब इंस्पेक्टर गोपाल बदने और सॉफ्टवेयर इंजीनियर प्रशांत बनकर पर पिछले पांच महीनों से लगातार दुष्कर्म, यौन उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाया। डॉक्टर ने डीसीएपी से लेकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों तक कई बार शिकायत की थी, लेकिन किसी ने उसकी फरियाद नहीं सुनी। उसने मदद की गुहार भी लगाई, मगर कोई कदम नहीं उठाया गया। अंततः, निराश होकर उसने अपनी जान दे दी। जांच में सामने आया है कि डॉक्टर ने आत्महत्या से पहले एक आरोपी से फोन पर बात की थी।
होटल के कमरे में मिला शव, हथेली पर लिखा सुसाइड नोट मृतका डॉक्टर फलटण के एक होटल के कमरे में फांसी के फंदे से लटकी मिलीं। पुलिस को उसकी हथेली पर लिखा सुसाइड नोट मिला, जिसके अलावा चार पन्नों का एक विस्तृत नोट भी बरामद किया गया है। इसमें एक सांसद और उसके दो गुर्गों के नाम का भी जिक्र है। मृतका ने लिखा था — “अगर मुझे कुछ हुआ, तो जिम्मेदार कौन?” परिवार ने आरोप लगाया कि डॉक्टर पर फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने का दबाव डाला जा रहा था। अस्पताल प्रशासन उसे बिना मरीजों की जांच किए फिटनेस और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार करने को कहता था। उसने इस बाबत कई बार लिखित शिकायतें कीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
आत्महत्या से पहले आरोपी को किया था फोन जांच में सामने आया है कि मृतका ने सुसाइड से पहले आरोपी प्रशांत बनकर से फोन पर बात की थी। वह पुणे के उसी फ्लैट में किराए पर रहती थी, जो प्रशांत के पिता का है। पुलिस ने बताया कि दोनों के बीच कॉल और चैट दोनों हुई थी, हालांकि अब तक यह साफ नहीं हुआ कि बातचीत में क्या कहा गया। डॉक्टर के सुसाइड नोट में सब इंस्पेक्टर गोपाल बदने का नाम आने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है। फिलहाल वह फरार बताया जा रहा है। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने दिया त्वरित जांच का आदेश मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तत्काल संज्ञान लिया है। उन्होंने सतारा एसपी से त्वरित जांच रिपोर्ट मांगी और सभी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। फडणवीस के आदेश के बाद पीएसआई गोपाल बदने को सस्पेंड कर दिया गया है। सतारा पुलिस ने इस मामले में दुष्कर्म और आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, दोनों मुख्य आरोपी फिलहाल फरार हैं और उनकी तलाश तेज कर दी गई है।
विपक्ष और महिला आयोग ने भी उठाई आवाज इस घटना ने पूरे महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल मचा दी है। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “जब सुरक्षा करने वाला ही शोषण करने लगे, तो न्याय कहां से मिलेगा?” उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। वहीं, महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकनकर ने मामले में संज्ञान लेते हुए कहा, “इस केस में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सतारा पुलिस को सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।”