इटावा में कथावाचक से मारपीट मामले ने पकड़ा तूल,
यादव समाज के जिलाध्यक्ष को किया गया हाउस अरेस्ट
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: इटावा जिले के दादरपुर गांव में कथावाचक के साथ हुई मारपीट और चोटी काटने की घटना अब बड़ा मुद्दा बनती जा रही है। इस घटना के विरोध में यादव समाज ने शनिवार को इटावा में पंचायत बुलाने का फैसला किया था। पंचायत में मथुरा से अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के जिलाध्यक्ष संजय यादव को भी शामिल होना था। लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से निकलने से पहले ही नजरबंद कर दिया। शनिवार सुबह मथुरा पुलिस उनके कृष्णा नगर स्थित आवास पहुंची और तीन घंटे तक उन्हें हाउस अरेस्ट में रखा। इसके बाद पुलिस बिना कोई कार्रवाई किए लौट गई।
कथावाचक से अमानवीय व्यवहार के विरोध में बुलाई गई थी पंचायत
संजय यादव अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ इटावा रवाना होने ही वाले थे कि पुलिस ने अचानक यह कार्रवाई की। संजय यादव ने बताया कि दादरपुर गांव में यादव समाज के एक कथावाचक के साथ जो अमानवीय व्यवहार हुआ, वह समाज के आत्मसम्मान पर हमला है। इसलिए पंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें वे शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखना चाहते थे। लेकिन प्रशासन ने उन्हें घर से निकलने ही नहीं दिया।
हाउस अरेस्ट को बताया लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन
यादव महासभा के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने इस कार्रवाई को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है। उनका कहना है कि जब लोग संविधान के दायरे में रहकर अपनी बात कहने की कोशिश कर रहे हैं, तो प्रशासन द्वारा रोका जाना अनुचित है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन समाज की आवाज को दबाना चाह रहे हैं।
महासभा ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
इस घटनाक्रम के बाद यादव समाज के लोगों में आक्रोश फैल गया है। महासभा के अन्य पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इस तरह की कार्रवाई होती रही तो समाज को मजबूर होकर उग्र आंदोलन करना पड़ेगा। वहीं धर्मगुरुओं और भागवत प्रवक्ताओं ने इस पूरे मामले में संयम बरतने की अपील की है और कहा है कि इस तरह की घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।