सहारनपुर में BJP महिला कार्यकर्ता बनाम विधायक, कोमल चौधरी की पंचायत पर बवाल,
वीडियो से गरमाई सियासत
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: सहारनपुर के गंगोह क्षेत्र में भाजपा विधायक किरत सिंह के खिलाफ एक महिला कार्यकर्ता ने महापंचायत बुला ली है, जिससे इलाके में तनाव का माहौल बन गया है। यह महापंचायत शुक्रवार 27 जून को होनी है, जिसके लिए महिला ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर लोगों से समर्थन मांगा है। महिला ने आरोप लगाया है कि विधायक के इशारे पर उनके परिवार का उत्पीड़न किया जा रहा है और उन पर फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर बड़ी हलचल मच गई है।
महिला कार्यकर्ता की पंचायत पर SDM ने जताई आपत्ति
गंगोह क्षेत्र में महापंचायत की तैयारी के बीच प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। SDM सुरेंद्र कुमार ने साफ कहा है कि इस आयोजन की अनुमति नहीं दी गई है। क्षेत्र में बीएनएस की धारा-163 लागू है और यदि सड़क पर भीड़ जुटी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। शुरू में एक बैंक्वेट हॉल में सभा की योजना थी, लेकिन हंगामे की आशंका को देखते हुए संचालक ने हॉल देने से इनकार कर दिया। इसके बाद महिला कार्यकर्ता ने कहा कि यदि कोई जगह नहीं मिली, तो वह सड़क पर दरी बिछाकर पंचायत करेंगी।
कोमल चौधरी ने वीडियो में मांगा समर्थन
बता दें कि महिला भाजपा कार्यकर्ता कोमल चौधरी ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर खुद को गुर्जर समाज की महिला बताया और कहा कि यदि भाजपा महिलाओं के साथ खड़ी है तो उसके सम्मान की रक्षा की जाए। वीडियो में उन्होंने अपील की कि केवल वे लोग आएं जो वास्तव में उनके समर्थक हैं।
विधायक के समर्थकों ने बताया साजिश
उधर विधायक के समर्थकों और समाज के कुछ नेताओं ने इसे विधायक को बदनाम करने की साजिश बताया है। 26 जून को रमेश पंवार घसौती के यहां हुई गुर्जर समाज की पंचायत में वक्ताओं ने नाराजगी जताई और कहा कि यदि किसी को शिकायत थी तो पहले पार्टी मंच पर बात रखी जाती। वहीं रामपुर मनिहारान के उमाही कलां गांव के निवासी सुधीर कुमार ने कोमल चौधरी के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि कोमल ने वीडियो के जरिए विधायक की छवि खराब करने की कोशिश की।
पंचायत में मामला बताया गया राजनीतिक षड्यंत्र
24 जून को रंढेड़ी गांव के बाबा घूमरा देव मंदिर में हुई एक और पंचायत में इस मामले को राजनीतिक षड्यंत्र बताया गया। पंचायत ने तय किया है कि 27 जून को कोमल जहां पंचायत करेंगी, वहां समाज के लोग भी पहुंचेंगे। इससे टकराव की आशंका और बढ़ गई है। समाज के लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि समाधान नहीं निकला तो बड़ा विरोध हो सकता है।