सहारनपुर में दलित किसानों से छीनी जा रही ज़मीन? तहसीलों में तालाबंदी की चेतावनी,
भीम आर्मी का बड़ा आंदोलन शुरू
1 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: सहारनपुर में दलित किसानों को मिले कृषि भूमि पट्टों को रद्द किए जाने के खिलाफ आंदोलन शुरू हो गया है। सोमवार को आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर एकत्र होकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर दलितों के हक छीनने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो जिले भर की तहसीलों में तालाबंदी की जाएगी।
दलित किसानों से छीनी जा रही ज़मीनें
आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष सचिन खुराना ने बताया कि वर्ष 1976 में भूमिहीन दलितों को तीन-तीन बीघा कृषि भूमि के पट्टे दिए गए थे, जो अब उनकी आजीविका का मुख्य स्रोत हैं। लेकिन हाल ही में प्रशासन द्वारा इन पट्टों को रद्द किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार गोशाला, चारागाह और तालाबों के नाम पर दलितों की जमीनें वापस ले रही है, जो न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि किसानों के भविष्य के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है।
दलित किसानों की ज़मीन पर जबरन वृक्षारोपण
खुराना ने बताया कि कई गांवों में दलित किसानों की जमीन पर जबरन वृक्षारोपण कराया जा रहा है, जिससे किसानों की खेती प्रभावित हो रही है। उन्होंने स्पष्ट रूप से मांग की कि रद्द किए गए पट्टों को तुरंत बहाल किया जाए और उन्हें खसरा-खतौनी में दर्ज किया जाए, ताकि दलित किसानों को उनका कानूनी हक मिल सके।
प्रशासन से न्याय की गुहार
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से इस मामले को गंभीरता से लेने की अपील की और कहा कि वे शांति से समाधान चाहते हैं, लेकिन अगर प्रशासन ने नजरअंदाजी की, तो तहसील स्तर पर ताले डालने से पीछे नहीं हटेंगे। प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, लेकिन इसमें किसानों के आक्रोश और चिंता साफ नजर आई। दलित समुदाय ने सरकार से न्याय और अपने हक की वापसी की मांग की है।