सहारनपुर में बाइक फाइनेंस गिरोह का भंडाफोड़, पढ़े-लिखे युवाओं ने गरीबों के नाम पर कराया लोन,
पुलिस ने की 15 बाइकें बरामद
20 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: सहारनपुर की बेहट पुलिस ने शनिवार को एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो फर्जी पहचान दस्तावेजों के जरिए गरीब और भोले-भाले लोगों के नाम पर बाइकों का फाइनेंस कराता था और फिर उन बाइकों को सस्ते दामों में अन्य राज्यों में बेच देता था। पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। हैरानी की बात यह है कि गिरोह में शामिल युवक पढ़े-लिखे हैं और जल्द पैसा कमाने की लालच में अपराध की दुनिया में उतर गए।
रूटीन चेकिंग में पकड़े गए दो युवक
पुलिस अधीक्षक देहात सागर जैन ने बताया कि थाना बेहट की पुलिस टीम शनिवार को नियमित चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान दो संदिग्ध व्यक्ति समीर उर्फ शेरा और नौशाद उर्फ भूरा बाइक से गुजर रहे थे। जब पुलिस ने उनकी बाइक के नंबर की जांच की तो वह गलत निकला। पूछताछ में दोनों युवकों ने फर्जीवाड़े की पूरी कहानी उजागर कर दी। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गंदेवड़ रोड पर एक खंडहर में उनके साथी 13 फाइनेंस की गई नई बाइकें छिपाकर रखे हुए हैं। पुलिस ने तुरंत दबिश दी और मौके से अनमोल, आदित्य और असद उर्फ चांद को गिरफ्तार कर लिया। वहीं एक अन्य आरोपी मौके से फरार होने में कामयाब हो गया।
गरीबों के नाम पर लिया लोन
पुलिस के अनुसार, गिरोह के सदस्य गरीब और अनपढ़ लोगों को पैसे का लालच देकर उनका आधार कार्ड, फोटो और पहचान पत्र ले लेते थे। फिर उनके नाम पर लोन कराकर नई बाइकें खरीदी जाती थीं, जिन्हें उत्तराखंड और अन्य राज्यों में बेच दिया जाता था, जिसके बाद बिक्री से मिली रकम आपस में बांट ली जाती थी।
पढ़े-लिखे युवक चला रहे थे गिरोह
बता दें कि आरोपी पढ़े-लिखे हैं गिरफ्तार आरोपी अनमोल ग्रेजुएट है, जबकि आदित्य M.Com का छात्र है। यानी यह फर्जीवाड़ा सोच-समझकर और पूरी योजना के साथ किया जा रहा था। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर कुल 15 बाइक, दो तमंचे और चार जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है।