रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ CJM कोर्ट में हुई सुनवाई, अदालत ने मांगा एफिडेविट,
विवादित बयान पर 25 जून को फिर होगी पेशी
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: लखनऊ में गुरुवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के विवादित बयान के मामले में CJM कोर्ट में सुनवाई हुई। यह मामला पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान रॉबर्ट वाड्रा द्वारा हिंदुओं पर की गई टिप्पणी से जुड़ा है। कोर्ट ने इस केस में याचिका दाखिल करने वाले संगठन से एफिडेविट और बाईलॉज की प्रति मांगी है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 25 जून को होगी।
हिंदुओं पर हमले को वाड्रा ने बताया था प्रतिक्रिया
दरअसल, 23 अप्रैल को रॉबर्ट वाड्रा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि पहलगाम में हुआ आतंकी हमला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक संदेश है, क्योंकि वे हिंदुत्व की बात करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में मुसलमानों को दबाया जा रहा है और इसी कारण आतंकियों ने हिंदुओं को निशाना बनाया। इस बयान ने राजनीतिक हलकों में भारी विवाद खड़ा कर दिया था।
हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने वाड्रा पर जताई थी आपत्ति
बता दें कि इस बयान को हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस के राष्ट्रीय संयोजक कुलदीप तिवारी ने देश की एकता, अखंडता और पंथनिरपेक्षता पर सीधा हमला बताया। उन्होंने 19 मई को लखनऊ के हजरतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने की कोशिश की, लेकिन जब एफआईआर नहीं दर्ज हुई, तो 12 जून को CJM कोर्ट में वाद दाखिल किया गया। इससे पहले हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और हाईकोर्ट अधिवक्ता रंजना अग्निहोत्री ने भी इस बयान के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। 2 मई को हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया था कि रॉबर्ट वाड्रा पर आपराधिक कार्रवाई की जा सकती है।
रॉबर्ट वाड्रा पर साम्प्रदायिकता फैलाने का आरोप
वाद में कहा गया है कि रॉबर्ट वाड्रा का यह बयान समाज में साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने वाला है और इससे देश में गृहयुद्ध जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो सकती थी। वादकर्ता कुलदीप तिवारी का कहना है कि इस बयान से देशभर के लोगों में रोष है और शहीदों के परिवारों का अपमान हुआ है। अब देखना होगा कि कोर्ट 25 जून को इस मामले में क्या निर्णय लेती है।