प्रयागराज जंक्शन पर रेलवे हेल्पर की हत्या,
आरोपी भी ट्रेन से कटकर मरा
16 days ago
Written By: STATE DESK
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल स्थित प्रयागराज जंक्शन पर बुधवार रात एक खौफनाक घटना सामने आई। प्लेटफॉर्म नंबर 7/8 पर ड्यूटी कर रहे एक रेलवे कर्मचारी पर विक्षिप्त व्यक्ति ने लोहे की रॉड से हमला कर दिया, जिससे कर्मचारी की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस हमले में एक आरपीएफ जवान भी घायल हुआ, जबकि हमला करने वाला आरोपी भागने की कोशिश में ट्रेन की चपेट में आकर खुद भी मारा गया।
ड्यूटी के दौरान हुआ जानलेवा हमला
यह दर्दनाक घटना रात करीब 9:30 बजे हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, एक विक्षिप्त व्यक्ति प्लेटफॉर्म पर आउटर की ओर से दाखिल हुआ और बिना किसी उकसावे के कैरेज एंड वैगन विभाग में कार्यरत मैकेनिकल हेल्पर अमित कुमार पटेल पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। वार इतना तीव्र था कि सिर में गंभीर चोट आई और अमित को तुरंत रेलवे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक अमित कुमार पटेल वाराणसी के रहने वाले थे और 2019 में रेलवे में नियुक्त हुए थे। उनकी ड्यूटी उस समय प्लेटफॉर्म संख्या 7/8 पर थी।
आरपीएफ जवान भी घायल, आरोपी की भी मौत
हमले में ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ जवान माधव सिंह भी घायल हो गए। हमले के तुरंत बाद आरोपी मौके से भागने की कोशिश करने लगा लेकिन उसी दौरान अप दिशा से आ रही पूर्वा एक्सप्रेस (12381) की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
मौके पर पहुंचे अधिकारी, जांच जारी
घटना की सूचना पर GRP और RPF अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। प्रयागराज जीआरपी के एसपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के जरिए हमलावर की शिनाख्त की कोशिश हो रही है। वहीं उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने पत्रकारों को बताया है कि, घायल आरपीएफ जवान का इलाज जारी है, जबकि मृतक रेलवे कर्मी और हमलावर के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना ने स्टेशन परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
वहीं इस घटना ने रेलवे परिसर में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। बिना किसी रोक-टोक के विक्षिप्त व्यक्ति का प्लेटफॉर्म पर पहुंचना और इस तरह जानलेवा हमला करना, रेलवे की निगरानी और सुरक्षा में बड़ी खामी की ओर इशारा करता है। अब देखना होगा कि रेलवे और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले से क्या सबक लेती हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।