17 साल की तलाश, दीवारों पर दर्द…
पूजा तुम कहां हो पोस्टर से दो जिलों में सनसनी
6 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बिजनौर और मेरठ में पिछले कुछ दिनों से एक नाम ने सभी का ध्यान खींच लिया है, पूजा। शहर की दीवारों, बिजली के खंभों और बाजारों में लगे सफेद ए-4 साइज के पोस्टरों पर लाल पेन से लिखा एक दर्दभरा सवाल लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहा है, पूजा तुम कहां हो, अब आ जाओ, 17 साल से ढूंढ रहा हूं, अरुण बिजनौर। इन पोस्टरों को किसने लगाया, अरुण कौन है, पूजा कौन है, इन सभी सवालों के बीच पूरे शहर में रहस्य और रोमांच का माहौल बन गया है। मोबाइल से फोटो खींचे जा रहे हैं, सोशल मीडिया पर पोस्ट हो रहे हैं और लोग तरह–तरह की बातें कर रहे हैं।
पोस्टरों से बढ़ा रहस्य, बिजनौर से मेरठ तक फैला मामला सबसे पहले ये पोस्टर बिजनौर के नुमाइश ग्राउंड के आसपास दिखे। कुछ ही घंटों में ये पोस्टर शहर के बाजारों, दीवारों, गलियों और चौराहों पर नजर आने लगे। लोग इसे देखकर रुकने लगे और तस्वीरें वायरल होने लगीं। इसी बीच, मेरठ की रैपिड मेट्रो के पिलर पर भी बिल्कुल ऐसा ही पोस्टर मिला, जिससे मामला और बड़ा हो गया। कुछ महीने पहले भी मेरठ में ऐसे पोस्टर दिख चुके थे, जिन्हें बाद में NCRTC ने हटवा दिया था। अब दोबारा लगने पर मेट्रो पिलरों की सुरक्षा और निगरानी पर भी सवाल उठ रहे हैं।
पोस्टर की भाषा ने बढ़ाई चिंता आपको बता दें कि बिजनौर के पोस्टर पर लिखा है, पूजा तुम कहां हो? (IAS), (IPS) और (PCS) अधिकारियों के मुंह पर थूककर आ जाओ। इतने अफसरों के होते हुए भी मैं तुम्हें 17 साल से ढूंढ रहा हूं। अरुण बिजनौर” इस भाषा ने लोगों में और भी हैरानी पैदा कर दी है। दो जिलों में एक जैसा संदेश मिलने से पुलिस भी सतर्क हो गई है।
पुलिस की जांच, खंगाले जा रहे CCTV बिजनौर के एसपी अभिषेक झा और मेरठ के एसपी सिटी आयुष बिक्रम सिंह ने बताया कि पोस्टर लगाने वाले व्यक्ति की पहचान की जा रही है। आसपास के सभी CCTV फुटेज की जांच हो रही है। पुलिस यह भी पता कर रही है कि अरुण बिजनौर असली नाम है या किसी ने इसे जानबूझकर इस्तेमाल किया है।
लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं स्थानीय लोग इस घटना को अलग-अलग नजरिए से देख रहे हैं। कुछ इसे 17 साल पुरानी प्रेम कहानी का दर्द मान रहे हैं। वहीं कुछ इसे किसी का भावनात्मक टूट या मानसिक तनाव से जुड़ी हरकत बता रहे हैं। जबकि कुछ लोग इसे ध्यान आकर्षित करने की शरारत मानते हैं। लेकिन फिलहाल एक बात साफ है, पूजा और अरुण की कहानी ने दो जिलों की जिज्ञासा बढ़ा दी है और पुलिस भी इसकी तह तक जाने में जुटी है।