पीलीभीत में सपा कार्यालय पर बड़ा बवाल, प्रशासन से भिड़े कार्यकर्ता,
छावनी में तब्दील हुआ इलाका
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: पीलीभीत जिले में समाजवादी पार्टी का जिला कार्यालय खाली कराने की कार्रवाई ने तूल पकड़ लिया है। जैसे ही नगरपालिका ने कार्यालय खाली कराने की कोशिश की, मौके पर सपा के 200 से ज्यादा कार्यकर्ता पहुंच गए और अधिकारियों से तीखी नोकझोंक के साथ धक्का-मुक्की हो गई। हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया है। करीब 50 अफसर पांच थानों की पुलिस और एक कंपनी फोर्स तैनात की गई है। स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है और वाटर कैनन के साथ फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी बुलाई गई हैं।
सपा कार्यालय खाली कराने की कार्रवाई पर बवाल
दरअसल, सपा का जिला कार्यालय नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी के सरकारी आवास में चल रहा था। तीन दिन पहले नगरपालिका ने कार्यालय के बाहर नोटिस चस्पा कर 10 जून तक भवन खाली करने का निर्देश दिया था। लेकिन तय समय सीमा तक कार्यालय खाली नहीं किया गया, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की। इस कार्रवाई का सपा ने विरोध किया है। सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह ‘जग्गा’ ने इसे असंवैधानिक बताया है और डीएम-एसपी से मिलकर कहा कि यह मामला सिविल कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए जबरन कब्जा हटाना गलत है।
150 रुपये किराए पर मिला था भवन
2005 में यह भवन सपा को 150 रुपए मासिक किराए पर दिया गया था, लेकिन 2020 में नगर पालिका ने यह आवंटन रद्द कर दिया। पालिका का कहना है कि यह प्रक्रिया नियमों के तहत नहीं हुई थी। इस पर सपा ने पहले हाईकोर्ट में याचिका डाली थी, जिसे बाद में वापस ले लिया गया। इसके बाद 2021 में सपा ने सिविल कोर्ट में केस किया जो अब भी लंबित है। पालिका का तर्क है कि कोर्ट से कोई रोक आदेश नहीं है, इसलिए भवन खाली करवाना वैध है।
सत्ता के इशारे पर काम कर रहा प्रशासन
सपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि वे लंबे समय से वहां किराया और सफाई की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन पर सत्ता के दबाव में काम करने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि अगर जबरन कार्रवाई हुई तो सपा इसका विरोध करेगी।