इलेक्ट्रॉनिक और मेनुअल तरीकों से चोरी होता था टैंकरों से तेल,
ड्राईवर और डीपोकर्मी भी शामिल, STF ने 7 को दबोचा
2 days ago
Written By: विनय के. सिंह
यूपी STF ने गुरुवार को एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो पेट्रोल पम्पों पर सप्लाई करने वाले टैंकरों से पेट्रोल और डीजल निकालते थे। आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि, ये गिरोह टैंकरों के ड्राईवर और क्लीनर से सेटिंग करके इस चोरी को अंजाम देते थे। उक्त गिरोह के पास से 53 हजार 160 लीटर डीजल और 1150 लीटर पेट्रोल बरामद हुआ है।
STF को मिली थी सुचाना
STF के DSP प्रमेश शुक्ला ने बताया है कि, काफी समय से इस तरह की चोरी की सूचना मिल रही थी। जिसके बाद उन्होंने उपनिरीक्षक जावेद आलम के नेतृत्व में टीम का गठन किया, जिसमें बादाम सिंह, कबिन्द्र सहनी, मुनेनेद्र सिंह, मृतुन्जय सिंह, बीर प्रताप, कमांडो राम बिलाश, कमांडो आफताब आलम आदि शमिल थे। इन्होने कानपुर के कालपी रूद पर सूचनाओं का संकलन शुरू किया था। जिसके तहत गुरुवार को सफलता मिली और साथ आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए।
कैसे होती थी चोरी ?
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि, उक्त स्थान पर सक्रीय डीजल और पेट्रोल चोरी गिरोह के सरगना राजकुमार सिंह व मुशर्रत अली के नेतृत्व में अबैध धंधा चल रहा था। आकबरपुर तेल डीपो से झाँसी की ओर जाने वाले टैंकरों के चालकों से इनका संपर्क रहता था। ड्राईवर उक्त स्थान पर पहुचने के पूर्व ही मोबाइल पर वार्ता कर सीधे गोदाम पर पहुच जाते तथा वहां मौजूद कर्मियों के पास उपलब्ध मास्टर चाभी की मदद से टैंकरों में डिपो द्वारा लगाए गए लॉक को खोलकर तेल चोरी किया जाता था। ये लोग पेट्रोल पम्प व डिपो कर्मियों से संपर्क कर डिजिटल OTP लॉक को बाईपास करके टैंकरों से तेल चोरी कराते थे। इसके एवज में ड्राईवर को प्रति लीटर 50 रूपए मिलते हैं।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों में कानपुर देहात के सिवली निवासी राहुल, यहीं के रिंकु कुमार, चरखारी महोबा के अकिल अहमद, MP के तौहीद खान, कालपी जालौन के राम बाबु, यहीं के मुशर्रत अली और शिवा सिंह शामिल हैं। STF सभी आरोपियों को गिरफ्त में ले आगे की कार्रवाई में जुट गई है।