PCS अफसर ज्योति मौर्या से पति ने मांगा गुजारा भत्ता, बोले- मेरी आमदनी कम,
पत्नी अफसर है, हाईकोर्ट ने भेजा नोटिस
13 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: यूपी की चर्चित पीसीएस अफसर ज्योति मौर्या एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वजह है उनके पति आलोक मौर्या की हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका। शनिवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल याचिका में आलोक मौर्या ने गुजारा भत्ता की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी एक वरिष्ठ सरकारी अफसर हैं और उनसे कई गुना ज्यादा कमाती हैं, जबकि उनकी खुद की आमदनी बेहद कम है। उन्हें अपनी आजीविका चलाने में कठिनाई हो रही है। जब तक वैवाहिक विवाद का मामला निपटे, तब तक पत्नी से गुजारा भत्ता दिलाया जाए।
हाईकोर्ट ने भेजा नोटिस 8 अगस्त को होगी अगली सुनवाई
आलोक की इस याचिका पर हाईकोर्ट के जस्टिस अरिंदम सिन्हा और डॉ. वाईके श्रीवास्तव की खंडपीठ ने ज्योति मौर्या को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने उनसे जवाब मांगा है और मामले की अगली सुनवाई की तारीख 8 अगस्त तय की है। इससे पहले आलोक मौर्या ने पारिवारिक अदालत में गुजारा भत्ता की मांग को लेकर अर्जी दाखिल की थी, लेकिन वह याचिका खारिज हो गई थी। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया है।
अफेयर और हत्या की साजिश के आरोपों से जुड़ा रहा है मामला
जुलाई 2023 में यह मामला पहली बार चर्चा में तब आया जब आलोक मौर्या ने पत्नी ज्योति मौर्या और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर अफेयर और हत्या की साजिश रचने के आरोप लगाए थे। आलोक ने होमगार्ड मुख्यालय में मनीष दुबे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और वॉट्सऐप चैट्स के जरिए अफेयर और साजिश के सबूत दिए थे। इसके बाद मनीष दुबे को सस्पेंड कर दिया गया था, हालांकि बाद में हाईकोर्ट ने उनका निलंबन रद्द कर दिया।
भ्रष्टाचार की डायरी और तीन सदस्यीय जांच कमेटी
इसी दौरान आलोक मौर्या ने एक कथित डायरी सार्वजनिक की थी जिसे उन्होंने ज्योति मौर्या की बताया। उनका दावा था कि इसमें हर महीने की अवैध कमाई का पूरा ब्योरा है। डायरी के हर पेज पर स्वस्तिक और ‘शुभ-लाभ’ लिखा है। इन आरोपों को गंभीर मानते हुए शासन ने प्रयागराज के अपर आयुक्त प्रशासन अमृत लाल बिंद की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की थी। आलोक को कमेटी के सामने पेश होने का समन भेजा गया था। वह 8 अगस्त 2023 को कमेटी के सामने पेश हुए और अधिक सबूत देने के लिए समय मांगा। कमेटी ने उन्हें 20 दिन का समय दिया।
आलोक ने अचानक शिकायत वापस ली
28 अगस्त को आलोक मौर्या दोबारा कमेटी के सामने पेश हुए और सबको चौंकाते हुए अपनी शिकायत वापस ले ली। उस समय उन्होंने साफ कहा था कि यह उनका निजी फैसला है। किसी का कोई दबाव नहीं है और न ही ज्योति मौर्या से किसी प्रकार की कोई डील हुई है। उन्होंने कहा था कि वह अपनी बेटियों के भविष्य के लिए पत्नी के साथ रहना चाहते हैं और सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहें पूरी तरह गलत हैं।
अब फिर कोर्ट में गुजारा भत्ता की मांग
अब एक बार फिर मामला कानूनी रास्ते पर है। आलोक मौर्या ने साफ किया है कि गुजारा चलाना मुश्किल हो गया है और जब तक तलाक या वैवाहिक विवाद का अंतिम निपटारा नहीं होता, उन्हें न्याय मिलना चाहिए। अदालत में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अफसर पत्नी को अपने पति को भत्ता देना पड़ेगा या नहीं। मामला अब कानूनी मोड़ ले चुका है और सबकी नजर 8 अगस्त की सुनवाई पर टिकी है।