मुजफ्फरनगर में नकली उर्वरक और बीज गिरोह का भंडाफोड़,
मुख्य आरोपी गिरफ़्तार
1 months ago
Written By: संदीप शुक्ला
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में कृषि विभाग ने नकली उर्वरक और बीजों का बड़ा नेटवर्क पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। साथ ही इस गिरोह की मुख्य आरोपी अमित को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
लम्बे समय से निगरानी कर रही थी टीम
मिली जानकारी के मुताबिक, कृषि विभाग की टीम लंबे समय से इस गिरोह की निगरानी कर रही थी। वहीं आरोपी अमित पर आरोप है कि, वह रेत, नमक और गेरू मिलाकर नकली पोटाश तैयार करता था और फिर उसे आईपीएल जैसे नामी ब्रांड्स की पैकिंग में भरकर किसानों को असली उत्पाद के रूप में बेचता था।
कैसे किया जा रहा था धोखा?
पूरे ऑपरेशन के बाद समने आया सच बेहद चौंकाने वाला था। नकली पोटाश की लागत मात्र 100 से 150 रुपये प्रति बैग होती थी, जिसे असली ब्रांड के तौर पर 1700 रुपये तक बेचा जाता था। छापे के दौरान “दयाल जिंक” ब्रांड के बैग भी बरामद किए गए, जिनमें खड़िया की मिलावट पाई गई। इसके अलावा, "पायनियर" कंपनी के नाम पर नकली हाइब्रिड मक्का बीज भी बरामद हुए हैं। कंपनी के सेल्स ऑफिसर ने पुष्टि की है कि, ये बीज पूरी तरह फर्जी हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा था।
कई जिलों में फैला है नेटवर्क
कार्रवाई के समय अपर कृषि निदेशक प्रमोद सिरोही स्वयं मौके पर मौजूद थे। उन्होंने बताया कि, यह गिरोह हापुड़ और आसपास के जिलों में भी सक्रिय है। जिला कृषि अधिकारी राहुल सिंह, उर्वरक सहायक राहुल चौधरी, और सचिन कुमार ने छानबीन के बाद सभी नमूने जांच के लिए एकत्र किए हैं।
मुकदमा दर्ज
बातया जा रहा है कि, गिरफ्तार आरोपी अमित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। कृषि विभाग ने सभी नमूनों को लैब भेज दिया है, जिससे पुष्टि हो सके कि, ये उत्पाद वास्तव में नकली हैं। अन्य जिलों के कृषि अधिकारियों को भी सूचित कर दिया गया है और जल्द ही पूरे नेटवर्क पर कार्रवाई की जाएगी।
किसानों से अपील
वहीं, कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि, वे केवल अधिकृत डीलरों से ही उर्वरक और बीज खरीदें और किसी भी तरह की संदिग्ध सामग्री की सूचना तुरंत विभाग को दें। कली उर्वरकों से सिर्फ पैदावार नहीं, भविष्य भी बर्बाद होता है। सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।