22 साल बाद बदलने जा रहा मुरादाबाद…
गोविंदपुर में बनेंगे स्कूल-कॉलेज, सेंट्रल पार्क और 1800 घर
5 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में शहरी विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है। लंबे समय से अटकी 516 करोड़ रुपये की गोविंदपुर आवासीय योजना को आखिरकार उत्तर प्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) की मंजूरी मिल गई है। 22 साल के इंतजार के बाद मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के प्रथम चरण पर अब काम शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है। इस योजना से शहर में आवासीय संकट कम होने के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक व्यवस्थित कॉलोनी विकसित होने की उम्मीद है।
110 एकड़ भूमि पर बनेगी आधुनिक कॉलोनी गोविंदपुर आवासीय योजना के लिए दिल्ली रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग-9 के बीच मनोहरपुर और मंगूपुरा क्षेत्र में करीब 110 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गई है। खास बात यह है कि इस भूमि का अधिग्रहण अन्य स्वामियों से आपसी सहमति के आधार पर किया गया है। योजना के तहत कुल 80 एकड़ भूमि खरीदी गई है, जिसमें से 67 एकड़ (2,71,552 वर्ग मीटर) क्षेत्र को एमडीए योजना 2031 में आवासीय उपयोग के लिए चिन्हित किया गया है। यहां 112.50 वर्ग मीटर से लेकर 450 वर्ग मीटर तक के 470 आवासीय प्लॉट विकसित किए जाएंगे। इसके अलावा 15 मिश्रित भू-उपयोग और 32 व्यावसायिक प्लॉट भी शामिल हैं।
स्कूल, कम्युनिटी सेंटर और बेहतर सुविधाओं से लैस होगा क्षेत्र योजना के प्रथम चरण में सामुदायिक सुविधाओं के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसमें एक इंटर कॉलेज, एक जूनियर हाई स्कूल, तीन नर्सरी स्कूल और एक सामुदायिक केंद्र की भूमि आरक्षित की गई है। योजना का सबसे बड़ा आकर्षण 18,000 वर्ग मीटर में तैयार होने वाला सेंट्रल पार्क होगा, जिसे प्रसिद्ध वैज्ञानिक गोविंद स्वरूप के सम्मान में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा।
आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, एसटीपी और बिजलीघर भी शामिल एमडीए के अनुसार, इस योजना में लगभग 1,800 परिवारों के बसने की संभावना है। क्षेत्र में जल निकासी और सीवेज नेटवर्क को अत्याधुनिक तरीके से विकसित किया जाएगा। इसके लिए 1,500 केएलडी क्षमता वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थापित किया जाएगा। योजना में 9, 12, 18 और 24 मीटर चौड़ी सड़कों का प्रस्ताव है, जिससे यातायात व्यवस्था सुगम रहेगी। साथ ही यहां अपना बिजलीघर भी बनाया जाएगा ताकि ऊर्जा आपूर्ति में कोई परेशानी न हो।