मथुरा में भाकियू कार्यकर्ताओं के धरने से टूटे डाक अधीक्षक,
बोले – मुझे और मेरे परिवार को फांसी दे दो
1 months ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: मथुरा के प्रधान डाकघर में गुरुवार को एक बेहद भावुक और चौंकाने वाला दृश्य सामने आया। डाक विभाग में कथित भ्रष्टाचार को लेकर धरना दे रहे भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के सामने प्रवर डाक अधीक्षक विजेंद्र सिंह पत्नी और दो बच्चों के साथ पहुंच गए। उनके हाथ में सुतली से बना फंदा था और उन्होंने खुलेआम खुदकुशी की चेतावनी दी। विजेंद्र सिंह ने कहा मैं मरने के लिए तैयार हूं, मुझे कहीं भी भेज दो। ये फंदा लाया हूं, मुझे और मेरे परिवार को फांसी दे दो।
तीन घंटे में 46 बार कॉल कर दी जान से मारने की धमकी
दरअसल, यह मामला तब और गंभीर हो गया जब विजेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें तीन घंटे में 46 बार वॉट्सऐप कॉल कर जान से मारने की धमकी दी गई है। उन्होंने कहा कि मैं बुजदिल नहीं हूं कि खुद मर जाऊं। आप लोग ही हमें फंदा डालकर मार दीजिए। उन्होंने आरोप लगाया कि डाकघर जुगसना में तैनात प्रमोद कुमार उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रहा है और उसी के इशारे पर किसान धरना दे रहे हैं। इसके साथ ही विजेंद्र सिंह ने यह भी बताया कि प्रमोद कुमार, जिनका हाल ही में तबादला हुआ है वो धरने को फंडिंग कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रमोद ने दो दिन पहले उनके घर आकर धमकी दी थी और बुधवार रात 11:30 बजे तक लगातार 46 वॉट्सऐप कॉल कर उन्हें डराने की कोशिश की। इस बारे में पुलिस को सूचना दी गई थी।
यूनियन पदाधिकारी बार-बार नीचे बुलाकर कर रहे थे टॉर्चर
उन्होंने यह भी कहा कि यूनियन के पदाधिकारी उन्हें बार-बार नीचे बुलाकर टॉर्चर कर रहे थे। उनसे कहा जा रहा था कि नीचे आकर नाक रगड़नी पड़ेगी। भावुक होकर उन्होंने कहा कि मैं यहां तीसरी मंजिल पर रहता हूं। अब नीचे आ गया हूं। बताइए कहां नाक रगड़नी है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी तीन एससी वर्ग के अधिकारियों को डरा-धमका कर यहां से हटा दिया गया अब उनका नंबर है।
पुलिस की समझाइश के बाद भाकियू ने खत्म किया धरना
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझाया। इसके बाद भारतीय किसान यूनियन ने एक माह के लिए धरना समाप्त कर दिया। भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रतन सिंह पहलवान और जिलाध्यक्ष संजय पाराशर ने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो एक महीने बाद आगरा स्थित डाक विभाग कार्यालय पर फिर से धरना दिया जाएगा।