महोबा में झमाझम बारिश से मिली राहत, लेकिन जलभराव ने बढ़ाई मुसीबत,
नगर पालिका पर फिर उठे सवाल
20 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में शनिवार शाम करीब डेढ़ घंटे की तेज बारिश ने जहां गर्मी और उमस से राहत दी, वहीं नगर पालिका की लापरवाही ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दीं। तेज बारिश के कारण शहर के कई प्रमुख इलाके जलमग्न हो गए। कचहरी परिसर, जिला अस्पताल, नवीन गल्ला मंडी और कई मोहल्लों में गंभीर जलभराव देखने को मिला, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।
कचहरी परिसर में फंसे वकील और वादकारी
बारिश के चलते कचहरी परिसर में पानी भर गया। गलियों और अधिवक्ताओं की बैठने की जगहों पर पानी जमा हो गया, जिससे वकीलों को कोर्ट पहुंचने में काफी परेशानी हुई। दूर-दराज से आए वादकारी भी बारिश और पानी के कारण अपने केस की तारीख नहीं ले सके। अधिवक्ता मुकीत खान ने बताया कि जलनिकासी की समस्या को कई बार नगर पालिका के सामने उठाया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
जिला अस्पताल में तैरते मिले सांप के बच्चे
सबसे चिंताजनक स्थिति जिला अस्पताल में बनी, जहां जलभराव के बीच दो सांप के बच्चे तैरते हुए दिखे। इससे मरीजों और उनके तीमारदारों में दहशत फैल गई। लोगों ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस गंभीर स्थिति पर भी चुप हैं। तीमारदारों का कहना है कि हर बार बारिश में ऐसी ही हालत होती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती।
गल्ला मंडी में लाखों का नुकसान
नवीन गल्ला मंडी में बारिश ने व्यापारियों और किसानों को तगड़ा झटका दिया। खुले में रखी अनाज की बोरियां और वारदाना पूरी तरह भीग गए और खराब हो गए। मंडी में काम करने वाली मीरा ने बताया कि हर साल यही होता है। नालियां चोक हैं और पानी निकलने का कोई रास्ता नहीं। नगर पालिका सिर्फ चुनाव के समय दिखाई देती है।
काजीपुरा और परमानंद मोहल्लों में भी जलभराव
शहर के काजीपुरा और परमानंद मोहल्लों की गलियों में भी जलभराव की समस्या गंभीर बनी रही। दुकानों के सामने भरा पानी लोगों के आवागमन में बाधा बना। स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि हर बार नगर पालिका को शिकायत दी जाती है, लेकिन जलनिकासी की स्थायी व्यवस्था नहीं की जाती।