प्राथमिक विद्यालय में लापरवाही उजागर, प्रधानाचार्य सस्पेंड,
शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई
11 days ago
Written By: संदीप शुक्ला
महराजगंज जिले के मिठौरा ब्लॉक अंतर्गत लेदवा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था की बुरी हालत सामने आई है। ग्रामीणों की लगातार शिकायतों और एक वायरल वीडियो के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। जांच के बाद प्रधानाचार्य को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि अन्य शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की तैयारी है।
एक शिक्षा मित्र के भरोसे पूरा स्कूल
मिली जानकारी के मुताबिक, विद्यालय में चार शिक्षक नियुक्त हैं, जिनमें एक प्रधानाचार्य, एक सह अध्यापक और दो शिक्षा मित्र शामिल हैं। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि विद्यालय संचालन की जिम्मेदारी केवल एक शिक्षा मित्र विनोद कनौजिया पर ही थी। बाकी शिक्षक, विशेष रूप से प्रधानाचार्य संजय सिंह, महीनों से विद्यालय में नियमित रूप से उपस्थित नहीं हो रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार संजय सिंह की दबंगई के चलते अधिकारी भी कार्रवाई से बचते रहे।
वायरल वीडियो से खुली पोल
वहीं एक ग्रामीण द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो के वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया। वहीं इस वायरल वीडियो में स्कूल की खामियां, शिक्षकों की गैरहाजिरी और छात्रों की उपेक्षा स्पष्ट रूप से देखी जा सकती थी। जिसके बाद इसी वीडियो के आधार पर प्रशासन ने जांच के आदेश दिए।
जिलाधिकारी ने दिए जांच के निर्देश
जिसके बाद जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम को विद्यालय का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। जिसके बाद एसडीएम की रिपोर्ट में कई अनियमितताओं का खुलासा हुआ।
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छात्र उपस्थिति रजिस्टर में नाम दो-दो बार दर्ज पाए गए
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मिड-डे मील में केवल आलू-सोयाबीन की सब्जी और चावल परोसा जा रहा था
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किचन में अनाज, दूध, सब्जी और गैस जैसी आवश्यक सामग्री नहीं मिली
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शिक्षकों की नियमित उपस्थिति नहीं पाई गई
प्रशासन ने की त्वरित कार्रवाई
वहीं SDM की रिपोर्ट सामने आने के बाद रिपोर्ट के आधार पर प्रधानाचार्य संजय सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। सह अध्यापक पर भी विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वहीं प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
ग्रामीणों की मांग: योग्य शिक्षकों की तैनाती हो
वहीं इस घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। उनका कहना है कि बच्चों का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है। वे दोषी शिक्षकों को हटाकर योग्य, जिम्मेदार शिक्षकों की नियुक्ति की मांग कर रहे हैं।