डॉक्टर की लापरवाही से गई मासूम बच्ची की जान,
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
9 days ago
Written By: संदीप शुक्ला
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद के धवल चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में एक साल की बच्ची की मौत ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की घोर लापरवाही के कारण उनकी मासूम बच्ची की जान चली गई।
बच्ची को कंपाउंडर के भरोसे छोड़ा
मिली जानकारी के अनुसार जनपद के गणेशपुर, थाना चौक निवासी गोविंद ने मंगलवार को अपनी एक वर्षीय बेटी मानवी को गंभीर हालत में धवल चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जहां परिवार वालों के मुताबिक, अस्पताल में डॉ. विशाल चौधरी मौजूद नहीं थे और उन्होंने बच्ची को कंपाउंडर के भरोसे छोड़कर गोरखपुर चले जाने का निर्णय लिया।
रीडिंग नहीं बता रहीं थीं मशीने
वहीं बुधवार दोपहर लगभग 12 बजे डॉक्टर अस्पताल लौटे। जब परिजनों ने बच्ची की निगरानी में उपयोग हो रही मशीन की रीडिंग न दिखने का कारण पूछा, तो डॉक्टर ने कहा कि बच्ची का शरीर ठंडा हो गया है, इसीलिए मशीन कुछ नहीं दिखा रही। लेकिन परिजनों का दावा है कि तब तक मानवी की मौत हो चुकी थी। वहीं इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने डॉक्टर विशाल पर सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर समय पर इलाज मिलता, तो शायद मासूम की जान बचाई जा सकती थी।
जिला अस्पाताल से इस्तीफा देकर खोला था हास्पिटल
सीएमएस के अनुसार, डॉक्टर विशाल चौधरी ने तीन महीने पहले ही जिला अस्पताल से इस्तीफा देकर अपना निजी अस्पताल शुरू किया था। अब परिजनों द्वारा लगाए गए इन आरोपों से स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है।
उठी जांच और कार्रवाई की मांग
मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की मांग उठने लगी है। सवाल उठता है कि क्या निजी अस्पतालों में इस तरह की मनमानी और लापरवाही पर कोई निगरानी व्यवस्था है? क्या बच्ची की मौत के लिए कोई जवाबदेह ठहराया जाएगा?