लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रोफेसर माद्री काकोटी को हाईकोर्ट से मिली अंतरिम जमानत,
पहलगाम पोस्ट विवाद बना था कारण
2 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: लखनऊ यूनिवर्सिटी की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. माद्री काकोटी को सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली। पहलगाम आतंकी हमले पर सोशल मीडिया पर की गई विवादित टिप्पणी के चलते देशद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद अब उन्हें कोर्ट ने अंतरिम अग्रिम जमानत प्रदान कर दी है। यह मामला देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है और सोशल मीडिया पर भी इसकी खूब प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
सोशल मीडिया पोस्ट से मचा था बवाल
डॉ. माद्री काकोटी के खिलाफ लखनऊ के हसनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। उन पर आरोप था कि उन्होंने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने सरकार और मीडिया के रवैये पर तीखी टिप्पणी की थी। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले में 27 आम हिंदुस्तानियों की जान गई, लेकिन मीडिया उनकी लाशों पर टीआरपी बटोरने में लगी रही और सरकार से कोई सवाल नहीं पूछा गया। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार इस हमले की जिम्मेदार नहीं है तो वह करती क्या है? उन्होंने सोशल मीडिया पर भड़काऊ शब्दों का भी प्रयोग किया, जिससे देश में गुस्सा फैल गया।
प्रोफेसर का वीडियो पाकिस्तान में हुआ था रिपोस्ट
यह वीडियो पाकिस्तान के एक्स हैंडल PTI प्रमोशन द्वारा रीपोस्ट किया गया था, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया। वीडियो में प्रयोग की गई भाषा को भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ बताया गया। अभियोजन पक्ष ने अदालत में कहा कि आरोपी प्रोफेसर देश में सांप्रदायिक तनाव और दंगा भड़काने की कोशिश कर रही हैं और उनकी पोस्ट पाकिस्तानी मीडिया में भी दिखाई गई है।
कोर्ट ने खारिज की थी अग्रिम जमानत याचिका
इससे पहले लखनऊ में उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई थी। लेकिन अब हाईकोर्ट ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए उन्हें गिरफ्तारी से अंतरिम राहत दी है। कोर्ट का कहना है कि मामले की जांच पूरी होने तक डॉ. काकोटी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, लेकिन उन्हें जांच प्रक्रिया में सहयोग देना होगा।