तीसरे किडनी ट्रांसप्लांट में लखनऊ के डॉक्टरों को मिली बड़ी सफलता,
दिल्ली ने किया इनकार, मेदांता ने रचा इतिहास
15 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ी सफलता दर्ज की गई है। यहां के मेदांता अस्पताल में डॉक्टरों ने 43 वर्षीय रेलवे कॉन्ट्रैक्टर का तीसरा किडनी ट्रांसप्लांट कर एक नया कीर्तिमान रचा है। मरीज के पहले दो किडनी ट्रांसप्लांट फेल हो चुके थे और दिल्ली के डॉक्टरों ने तीसरी बार ट्रांसप्लांट करने से इनकार कर दिया था। लेकिन लखनऊ के डॉक्टरों ने जोखिम उठाते हुए सिर्फ 10 दिन के भीतर न सिर्फ ट्रांसप्लांट किया बल्कि मरीज को ठीक होकर घर भी भेज दिया।
परिवार ने तीन बार दी जीवनदान
मरीज की जिंदगी बचाने में उसके परिवार की सबसे बड़ी भूमिका रही। पहली बार बड़े भाई ने किडनी दी, दूसरी बार पत्नी ने और तीसरी बार मरीज से 16 साल बड़े दूसरे भाई ने किडनी डोनेट की। डॉक्टरों के मुताबिक, इतनी बार एक ही मरीज को अंगदान करना बहुत दुर्लभ मामला है।
एक महीने में फेल हुआ था दूसरा ट्रांसप्लांट
मेदांता लखनऊ के नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. डीएस भदौरिया ने बताया कि मरीज का दूसरा ट्रांसप्लांट दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में हुआ था, लेकिन एक महीने के अंदर ही उसका रिजेक्शन हो गया। मरीज को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या थी, लेकिन डायबिटीज नहीं होने के चलते इलाज आसान हो पाया।
पहले शरीर को किया गया तैयार
दरअसल, तीसरे ट्रांसप्लांट से पहले डॉक्टरों की टीम ने मरीज के शरीर को इस जटिल ऑपरेशन के लिए तैयार किया। इसमें कई जांच और दवाइयों की मदद ली गई। डॉ. भदौरिया ने बताया कि ऐसी स्थितियों में ट्रांसप्लांट बहुत जोखिम भरा होता है, लेकिन सारी तैयारियों के बाद हम सफल रहे।
यूपी का पहला केस मिला नया जीवन
मेदांता के यूरोलॉजी और रीनल केयर एक्सपर्ट डॉ. मनमीत सिंह के मुताबिक, यह उत्तर प्रदेश में निजी संस्थान में किया गया पहला सफल तीसरा किडनी ट्रांसप्लांट है। मेडिकल इतिहास में भी ऐसे केस बेहद कम देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि यह केस हमें सिखाता है कि अगर प्रयास किया जाए और परिस्थिति अनुकूल हो तो कोई भी असंभव नहीं है।