लखनऊ SGPGI अस्पताल पर गंभीर आरोप,
7 साल की बच्ची को इलाज से किया इनकार, निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा
25 days ago
Written By: संदीप शुक्ला
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) एक बार फिर लापरवाही के आरोपों की वजह से सुर्खियों में है। मामला गोंडा निवासी जनावी गुप्ता नाम की 7 साल की बच्ची से जुड़ा है, जिसका इलाज PGI के न्यूरो सर्जरी विभाग में चल रहा था। परिजनों के मुताबिक, कुछ दिनों पहले बच्ची का ब्रेन सर्जरी कर ड्रेन पाइप डाला गया था। लेकिन अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। तब पीड़िता की मां उसे फिर से PGI लेकर पहुंची, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने गंभीर हालत में भी भर्ती करने से इनकार कर दिया।
कई घंटे किया इंतजार, फिर भी नहीं मिला बेड
पीड़िता की मां ने बताया है कि, उन्होंने डॉक्टरों से बार-बार गुहार लगाई, लेकिन उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि बेड नहीं है। कई घंटे तक इंतजार के बाद भी बच्ची को एडमिट नहीं किया गया। जब बच्ची की हालत और ज्यादा बिगड़ने लगी तो मजबूरी में मां को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मां ने बताया कि, शुरू से ही वह PGI में अपनी बेटी का इलाज करवा रही हैं, लेकिन इतनी गंभीर हालत के बावजूद डॉक्टरों और स्टाफ ने कोई मदद नहीं की।
अकेले दम पर बेटी का इलाज करवा रही है मां
दरअसल पीड़िता जनावी गुप्ता के पिता का देहांत हो चुका है और उनकी मां अकेले दम पर इलाज का खर्च उठा रही हैं। मां ने कहा,“मेरी बेटी की जान खतरे में थी, लेकिन PGI वालों ने मुझे अस्पताल से भगा दिया। क्या ग़रीब की ज़िंदगी की कोई कीमत नहीं होती?”
अब सवालों के घेरे में PGI प्रशासन
वहीं इस पूरे मामले ने SGPGI प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर अस्पताल को यूपी का सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान माना जाता है, वहीं दूसरी ओर इस तरह की घटनाएं सिस्टम की संवेदनहीनता को उजागर करती हैं। फिलहाल बच्ची का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है, और परिजनों ने उम्मीद जताई है कि, अब उसकी हालत में सुधार होगा।