लखनऊ में फ्लाइट से रेलवे टिकटों की कालाबाजारी का भंडाफोड़,
RPF क्राइम और ब्रांच की बड़ी कार्रवाई
1 months ago
Written By: संदीप शुक्ला
लखनऊ में फ्लाइट के जरिए रेलवे टिकटों की अवैध तस्करी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा हुआ है। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की क्राइम ब्रांच टीम ने शहर के पार्सल ऑफिस के पास छापेमारी करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो टिकट की कालाबाजारी में लिप्त थे। ये आरोपी दक्षिण भारत के छोटे रेलवे आरक्षण केंद्रों के कर्मचारियों से साठगांठ कर रेलवे टिकट बुक कराते और उन्हें हवाई जहाज के जरिए लखनऊ भेजते थे।
20 लोगों के नाम पर खरीदे गए थे तत्काल टिकट
मिली जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों ने आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों से कुल 1 लाख 34 हजार रुपये मूल्य के तत्काल टिकट खरीदे थे। ये टिकट 20 लोगों के नाम पर बनाए गए थे। जिसमे खास बात ये रही कि, फ्लाइट के जरिए टिकट लखनऊ भेजे जाते थे, ताकि उन्हें ब्लैक में स्थानीय दलालों के जरिए बेचा जा सके। बरामद टिकटों में एक टिकट मूल है, जबकि 19 टिकटों की फोटो कॉपी भी जब्त की गई है।
ऑर्डर पर बनते थे टिकट, गिरोह में कई राज्यों के लोग शामिल
जानकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच के उपनिरीक्षक प्रशांत सिंह यादव के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। पूछताछ में पता चला कि रेलवे टिकट ऑर्डर पर बनवाए जाते थे और फिर फ्लाइट से लखनऊ एयरपोर्ट के ज़रिए उन्हें कस्टमर तक पहुंचाया जाता था। पुलिस ने घटनास्थल से दो मोबाइल फोन, एक स्कूटी और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है।
एयरपोर्ट कर्मचारी और ट्रैवल एजेंट भी संदेह के घेरे में
वहीं, आरपीएफ ने बताया कि इस रैकेट में लखनऊ एयरपोर्ट के कुछ कर्मचारियों की भी भूमिका संदिग्ध है। गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद कैफ पुत्र इसरार अहमद और गौरव उर्फ प्रिंस पुत्र रामचंदर, दोनों निवासी संजय नगर, थाना खालाबाजार, लखनऊ शामिल हैं। इसके अलावा मुंबई के ट्रैवल एजेंट मनीष कामदार, मयूर गणेश और सीसीएस पोर्ट कार्गो सर्विस से जुड़े कुछ कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। क्राइम ब्रांच इस पूरे नेटवर्क की कड़ियों को जोड़ने और मास्टरमाइंड तक पहुंचने के लिए लगातार छानबीन कर रही है। फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ जारी है और गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में टीमें लगाई गई हैं।