लखनऊ में इंस्पेक्टर ने लेफ्टिनेंट कर्नल को मारा थप्पड़,
CCTV में कैद हुई घटना, चार दिन बाद भी आरोपी फरार
1 months ago
Written By: STATE DESK
लखनऊ के तेलीबाग चौराहे पर एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीते शनिवार एक सेना अधिकारी को ड्यूटी पर तैनात एक इंस्पेक्टर ने सरेआम थप्पड़ जड़ दिया। अब इस पूरे विवाद का CCTV फुटेज भी सामने आ गया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी कार से उतरता है और सेना अधिकारी को थप्पड़ मार देता है। घटना के चार दिन बाद भी आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है।
रांग साइड को टोका तो जड़ा थप्पड़
मिली जानकारी के मुताबिक, मामला लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद प्रकाश सुमन से जुड़ा है, जो हरदोई के रहने वाले हैं और वर्तमान में पटना में तैनात हैं। वह अपनी बीमार भाभी से मिलने परिवार सहित लखनऊ के आशियाना इलाके में आए थे। 8 जून को भाभी का निधन हो गया। इसके बाद शनिवार सुबह वह पत्नी, बेटी और भतीजी के साथ पटना लौट रहे थे। आरोप है कि, इसी दौरान जब उनकी कार तेलीबाग चौराहे पर पीजीआई की तरफ मुड़ी, तभी सामने से एक ब्रेजा कार आ गई, जो रॉन्ग साइड में आ रही थी। इस कार को चला रहा था एक पुलिस इंस्पेक्टर।
अचानक सामने गाड़ी आ जाने से लेफ्टिनेंट कर्नल को ब्रेक लगाना पड़ा और उनकी कार से पीछे चल रहा एक ऑटो टकरा गया। इस पर कर्नल ने जब इंस्पेक्टर को गलत दिशा में चलने के लिए टोका, तो पुलिसकर्मी भड़क गया और उसने गाली-गलौज शुरू कर दी और गुस्से में आकर सेना अधिकारी को थप्पड़ मार दिया। यही नहीं, जब कर्नल ने उसे रोकने की कोशिश की, तो वह उनके पैर पर गाड़ी चढ़ाता हुआ मौके से फरार हो गया।
वायरल हुई CCTV फुटेज
वहीं, इस पूरे मामले का CCTV वीडियो अब सामने आ चुका है, जिसमें इंस्पेक्टर का हिंसक व्यवहार पूरी तरह से कैद हो गया है। वीडियो वायरल होते ही लोगों ने आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि, आरोपी सब इंस्पेक्टर विनय कुमार सरोज, जो कि पारा थाने में तैनात है, घटना के बाद से ही फरार है और उसका मोबाइल फोन भी लगातार स्विच ऑफ आ रहा है। हालांकि पीजीआई कोतवाली में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है, लेकिन चार दिन बीतने के बाद भी अब तक न तो आरोपी की गिरफ्तारी हुई है और न ही कोई विभागीय सस्पेंशन आदेश जारी किया गया है। सेना से जुड़े लोगों और आम नागरिकों का कहना है कि, अगर एक लेफ्टिनेंट कर्नल के साथ ऐसा बर्ताव हो सकता है, तो आम आदमी की सुरक्षा की क्या उम्मीद की जाए?