लखनऊ में जोनल अधिकारी की डांट के बाद सफाई कर्मचारी को पड़ा हार्ट अटैक,
कर्मचारियों ने किया हंगामा
1 months ago
Written By: STATE DESK
लखनऊ नगर निगम में अमानवीय व्यवहार का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जोन-6 के जोनल अधिकारी मनोज कुमार यादव द्वारा गाली-गलौज और नौकरी से निकालने की धमकी दिए जाने के बाद संविदा सफाई कर्मचारी रोहित धानुक को दिल का दौरा पड़ गया। इस घटना के बाद नगर निगम के कर्मचारियों में जबरदस्त आक्रोश है और बुधवार को उन्होंने मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया।
क्या है पूरा मामला ?
लखनऊ सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष ज्ञान चंद भारती ने बताया कि जोनल अधिकारी मनोज यादव ने सहादतगंज वार्ड का निरीक्षण किया, जहां एक नाले के पास कूड़े का ढेर मिला। इस पर अधिकारी ने बीट इंचार्ज रोहित धानुक, ताजुद्दीन और अन्य कर्मचारियों के साथ अभद्रता की और जातिसूचक गालियां दीं। आरोप है कि रोहित को जबरन नाली की सफाई कराई गई और नौकरी से निकालने की धमकी भी दी गई।
गाली और धमकी से आया दिल का दौरा
जिदके बाद नौकरी जाने के डर और मानसिक दबाव में रोहित को हार्ट अटैक आया। साथी कर्मचारियों ने उन्हें तत्काल अस्पताल पहुँचाया। पहले एक अस्पताल ने भर्ती करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्हें लॉरी अस्पताल ले जाया गया। कुछ राहत मिलने पर रोहित को घर भेज दिया गया, लेकिन वहां दोबारा तबीयत बिगड़ने पर रंजना मिश्रा अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनकी हालत अभी भी खराब बनी हुई है।
कर्मचारियों का प्रदर्शन और मांगें
इस घटना के बाद सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। मनोज यादव के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगे और कर्मचारियों ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर आरोपी अधिकारी के तत्काल तबादले की मांग की। साथ ही यह भी मांग की गई कि पीड़ित कर्मचारी के इलाज का खर्च मनोज यादव से वसूला जाए।
पहले भी कर चुके हैं अभद्रता
कर्मचारियों का आरोप है कि, मनोज यादव पहले भी कई बार कर्मचारियों के साथ बदसलूकी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि रोहित ने माफी तक मांगी, लेकिन अधिकारी ने फिर भी अपमानजनक व्यवहार किया। यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर गुरुवार तक कोई कार्रवाई नहीं हुई तो कर्मचारी सामूहिक कार्य बहिष्कार करेंगे।
क्या बोले अधिकारी ?
जोनल अधिकारी मनोज यादव ने अपनी सफाई में कहा कि सफाई व्यवस्था लचर थी और पांच दिनों से एक जगह कूड़ा पड़ा था। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाने के बावजूद काम में लापरवाही बरती जा रही थी। उन्होंने आरोपों को नकारते हुए कहा कि आरोप लगाने वाला व्यक्ति खुद सफाईकर्मी है, सफाई उसी का कार्यक्षेत्र है।