लखनऊ में आम तोड़ने निकले दो दोस्तों में से एक को ट्रक ने कुचला,
दूसरा उससे सदमें में आ कर ट्रेन के सामने आकर दे दी जान
1 months ago
Written By: Sandeep Shukla
Uttar Pradesh News: लखनऊ के मलिहाबाद थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां दो घनिष्ठ दोस्तों की एक ही दिन मौत हो गई, और वो भी कुछ ही समय के अंतराल में। यह दर्दनाक हादसा बुधवार सुबह हरदोई-लखनऊ रोड पर हुआ, जब आम बाग की ओर जा रहे दो दोस्त अचानक किस्मत का शिकार बन गए। पहले एक युवक की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई और फिर उसके दोस्त ने सदमे में आकर ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली।
आम तोड़ने निकले दो दोस्तों में एक की ट्रक के कुचलने से हुई मौत
घटना सरावां गांव के दो युवकों मनीष कुमार (18 वर्ष) और सागर (19 वर्ष) की है, जो एक-दूसरे के बेहद करीबी दोस्त थे। बुधवार की सुबह दोनों बाग में आम तोड़ने जा रहे थे। मनीष सड़क पार करते समय अचानक गिर गया और पीछे से आ रहे ट्रक ने उसे कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। यह दृश्य देखकर सागर का दिल दहल गया।
ट्रेन के आगे कूदकर दुसरे युवक ने भी दी जान
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मनीष की मौत देखने के बाद सागर गहरे सदमे में चला गया। उसने पहले खुद को एक ट्रक के आगे लेटाकर जान देने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवर की सतर्कता से वह बच गया। इसके बाद वह भागकर करीब 2 किलोमीटर दूर फरीदीपुर गांव की रेलवे क्रॉसिंग पर पहुंचा और वहां ट्रेन के सामने कूद गया। कुछ ही देर में उसकी भी मौत हो गई।
पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए दोनों दोस्तों के शव
थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ जारी है। मृतकों के परिजनों ने अब तक कोई लिखित तहरीर नहीं दी है। घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। सागर की बहन सुधा ने बताया कि वह मनीष को अपने भाई से भी ज्यादा मानता था। हादसे के बाद वह मनीष का सिर गोद में रखकर काफी देर तक रोता रहा और फिर चुपचाप चला गया। वहीं, सागर की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है, जो मायके में थी और खबर सुनते ही ससुराल पहुंची।
सड़क हादसा बना दोस्ती की अनोखी मिसाल
सरावां गांव में मनीष और सागर का घर अगल-बगल में है। पूरे गांव में गम का माहौल है और हर कोई इस अनहोनी से स्तब्ध है। यह घटना न सिर्फ एक सड़क हादसा है, बल्कि एक अनोखी दोस्ती की मिसाल भी है, जिसमें एक दोस्त ने अपने जिगरी यार के जाने के बाद खुद भी जिंदगी को अलविदा कह दिया।