लखनऊ में विटामिन इंजेक्शन तस्करों का पर्दाफाश,
तीन गिरफ्तार, लाखों का माल जब्त
23 days ago
Written By: विनय के. सिंह
लखनऊ: राजधानी लखनऊ में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय स्तर पर विटामिन इंजेक्शन की अवैध तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के तीन सदस्यों को लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार अभियुक्त बिहार से अवैध रूप से विटामिन इंजेक्शन लाकर लखनऊ और उसके आसपास के जिलों में सप्लाई करते थे।
बिहार से आता था इंजेक्शन
मिली जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान उमेश पाल, खजूरा और वोधेश पाल के रूप में हुई है। यह गिरोह लंबे समय से गुपचुप तरीके से इस धंधे में संलिप्त था। आरोप है कि, ये लोग बिहार से इंजेक्शन मंगाकर, उन्हें नकली तरीके से तैयार कर, बाजार में पशुओं और कृषि के नाम पर बेचा करते थे। इस तस्करी के पीछे बड़ा मुनाफा कमाने का मकसद था, लेकिन इनके नकली उत्पाद सीधे जनता की सेहत और जानवरों की जीवनशैली को नुकसान पहुंचा सकते थे।
5 लाख से अधिक का माल बरामद
एसटीएफ के मुताबिक, यह कार्रवाई एक गोपनीय सूचना के आधार पर की गई। बताया गया कि, कुछ लोग नकली विटामिन इंजेक्शन की बड़ी खेप लेकर लखनऊ में आपूर्ति करने वाले हैं। इसके बाद एसटीएफ टीम ने 2 जुलाई को लखनऊ के मोहान रोड के पास छापेमारी कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मौके से 5 लाख 87 हजार 880 रुपये मूल्य के विटामिन इंजेक्शन बरामद किए गए। साथ ही, छोटा हाथी वाहन, मोबाइल फोन, नकद रुपये, खाली शीशियां, पैकिंग सामग्री, कैप्स और नकली लेबल भी जब्त किए गए हैं।
बिहार से आपरेट होता था कारोबार
वहीं, पूछताछ में आरोपियों ने कुबूल किया है कि, वे यह अवैध कारोबार बिहार से ऑपरेट कर रहे थे। वहां से इंजेक्शन लाकर पहले लखनऊ और फिर आसपास के जिलों में बेचते थे। ये इंजेक्शन नकली होते थे, जिनमें केवल पानी या अन्य सस्ते रसायन भरे जाते थे। इसके बाद उन्हें ब्रांडेड लेबल लगाकर बेच दिया जाता था। इनका दावा होता था कि ये दवाएं पशुओं की सेहत सुधारने, दूध उत्पादन बढ़ाने और फसलों के विकास में मदद करती हैं।
रंगे हाथों STF ने दबोचा
वहीं, गिरफ्तारी से पहले भी ये सभी लोग मोहान रोड की तरफ एक मकान में भारी मात्रा में इंजेक्शन तैयार कर रहे थे। इस सूचना पर खाद्य सुरक्षा और औषधि विभाग को भी तत्काल अलर्ट किया गया। विभागीय अधिकारी ब्रजेश सिंह और निरीक्षक विनोद सिंह मौके पर पहुंचे और STF के साथ संयुक्त कार्रवाई कर मौके से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
सभी के खिलाफ FIR दर्ज
फिलहाल सभी अभियुक्तों के खिलाफ थाना काकोरी में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4), 280, 276 और BNS की अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। स्थानीय पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच में जुट गई है और गिरोह के अन्य सदस्यों का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है।
लम्बे समय से लिप्त था गिरोह
यह पूरी कार्रवाई STF लखनऊ के उपाधीक्षक अजीत कुमार नागर के नेतृत्व में की गई, जिसमें कई टीमों की सक्रिय भूमिका रही। पुलिस का मानना है कि, यह गिरोह लंबे समय से इस धंधे में शामिल था और इनके खिलाफ पहले भी खुफिया सूचनाएं मिलती रही थीं।
प्रशासन की जनता से अपील
वहीं, प्रशासन ने जनता से अपील की है कि, वह इस तरह के नकली उत्पादों से सतर्क रहें और किसी भी संदेहजनक गतिविधि की सूचना तत्काल पुलिस या संबंधित विभाग को दें, ताकि ऐसे गैरकानूनी कारोबार पर रोक लगाई जा सके।