लखनऊ में रोहतास बिल्डर पर प्लॉट के नाम पर 63 लाख की ठगी,
हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज
18 days ago
Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: लखनऊ के हजरतगंज थाने में एक बार फिर प्रॉपर्टी से जुड़ी ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। गोरखपुर और लखनऊ के कई लोगों ने शिकायत की है कि रोहतास बिल्डर ने उनसे प्लॉट देने के नाम पर लाखों रुपये ले लिए, लेकिन न तो जमीन दी और न ही पैसे वापस किए। इस मामले में बिल्डर के मालिक परेश रस्तोगी समेत चार लोगों के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। पीड़ितों ने एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल से मिलकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
गोरखपुर निवासी से शुरू हुई ठगी की कहानी
गोरखपुर के गोरखनाथ निवासी प्रभाकर सिंह ने बताया कि साल 2012 में उन्होंने लखनऊ में प्लॉट खरीदने का मन बनाया। एक परिचित की सलाह पर वह हजरतगंज स्थित रोहतास बिल्डर के ऑफिस पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात कंपनी के मालिक परेश रस्तोगी, पीयूष रस्तोगी, पंकज रस्तोगी और दीपक रस्तोगी से हुई। इन लोगों ने उन्हें सुल्तानपुर रोड पर स्थित अपनी इंटीग्रेटेड टाउनशिप में प्लॉट दिखाए और वादा किया कि 30 महीने के भीतर प्लॉट का एग्रीमेंट हो जाएगा। साथ ही अगर खरीददार जमीन नहीं लेना चाहे तो उस समय की मार्केट रेट पर रकम वापस की जाएगी। प्रभाकर सिंह के साथ उनके परिचित प्रीति सिंह, दिवाकर सिंह, विभव सिंह और माधुरी सिंह ने भी बिल्डर की बातों पर भरोसा कर दिसंबर 2012 में कुल 49 लाख रुपये जमा कर दिए। लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी न तो उन्हें जमीन मिली और न ही पैसे वापस किए गए।
कमता निवासी महिला को भी ठगा
एक और शिकायत चिनहट के कमता निवासी सरिता यादव की तरफ से दर्ज कराई गई है। सरिता ने बताया कि उन्होंने 2015 में सुल्तानपुर रोड साइट पर जमीन बुक कराई थी और इसके बदले 14.28 लाख रुपये रोहतास बिल्डर को दिए थे। लेकिन अब तक उन्हें न जमीन दी गई और न ही पैसा लौटाया गया। जब उन्होंने कंपनी से संपर्क कर जवाब मांगा तो उन्हें धमकाकर ऑफिस से बाहर निकाल दिया गया।
पुलिस जांच में जुटी
हजरतगंज थाने के इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। सभी सबूत इकट्ठा किए जा रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं और लोग भी इस ठगी का शिकार तो नहीं हुए हैं।