लखनऊ के एयरपोर्ट बाउंड्री में करंट उतरने से महिला की दर्दनाक मौत,
दो घायल, ग्रामीणों में आक्रोश
1 months ago
Written By: संदीप शुक्ला
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुरक्षा बाउंड्री से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। एयरपोर्ट बाउंड्री वॉल में करंट दौड़ने से एक 38 वर्षीय महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो युवक करंट की चपेट में आकर घायल हो गए। घटना के बाद क्षेत्रीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया और बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुट गए।
करंट लगने से महिला की मौत
मिली जानकारी के मुताबिक, मृतका की पहचान नसीरा (38) के रूप में हुई है, जो सरोजनीनगर थाना क्षेत्र के फर्रूखाबाद चिल्लावां इलाके में किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहती थी। नसीरा आज दोपहर करीब 12 बजे एयरपोर्ट बाउंड्री वॉल के पास फरेंद (जामुन जैसे फल) चुनने गई थी। दीवार के किनारे पेड़ से गिरे फरेंद उठाते वक्त जैसे ही उसका हाथ लोहे की बाउंड्री से छुआ, उसे जोरदार करंट लगा और वह घटनास्थल पर ही गिर पड़ी।
घायल हुए दो युवक, मौके पर भारी पुलिस बल तैनात
वहीं बताया जा रहा है कि, नसीरा के अलावा दो अन्य युवक भी करंट की चपेट में आए और घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। जिसके बाद हालात को देखते हुए एसीपी कृष्णानगर स्वयं मौके पर पहुंचे और सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए एयरपोर्ट चौकी इंचार्ज निशू चौधरी ने बताया कि, मामले की जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के असली कारण स्पष्ट होंगे।
ग्रामीणों का एयरपोर्ट प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
वहीं मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने एयरपोर्ट प्रशासन और सुरक्षा एजेंसी OCS कंपनी पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। लोगों का कहना है कि, बाउंड्री में करंट आने की यह कोई पहली घटना नहीं है, पहले भी कई लोग झुलस चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बार एक महिला की जान चली गई, जिसके बाद सरोजनीनगर थाने में ओसीएस कंपनी के खिलाफ तहरीर दी गई है।
अविवाहित थी मृतका, परिवार में भाई-बहन ही सहारा
बताया जा राह है कि, मृतका नसीरा के पिता मुन्ना की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। नसीरा अविवाहित थी और उसका परिवार उसके तीन भाइयों मुमताज, आफताब और नसीरे के साथ ही रहता था। इस हादसे के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।