लखीमपुर में मानसिक रूप से पीड़ित महिला की मौत के बाद पोस्टमार्टम में देरी,
परिजनों ने प्रशासन पर उठाए सवाल
1 months ago
Written By: News Desk
Uttar Pradesh News: लखीमपुर जिले के सदर क्षेत्र में 28 जून की सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई। मानसिक तनाव से जूझ रही एक महिला शिल्पी ने एक साथ कई दवाइयां खा लीं, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिवार वालों ने तुरंत उन्हें लहरपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए शिल्पी को लखीमपुर के जिला अस्पताल, ओयल के लिए रेफर कर दिया। लेकिन दुर्भाग्यवश, अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मानसिक तनाव से जूझ रही युवती की मौत
शिल्पी की मानसिक स्थिति पिछले कुछ समय से ठीक नहीं थी और वह इलाज के दौर से गुजर रही थीं। परिजनों के मुताबिक, शिल्पी अक्सर गुमसुम रहती थीं और तनाव में रहती थीं। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। लेकिन इस प्रक्रिया में बेहद लापरवाही सामने आई। 28 जून को दोपहर 1 बजे शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था, लेकिन अगले दिन 29 जून की सुबह 10:30 बजे तक भी पोस्टमार्टम नहीं हो सका था। यानी लगभग 21 घंटे बीत जाने के बाद भी मृतका का अंतिम परीक्षण नहीं किया गया, जिससे परिवार बेहद परेशान हो गया।
पोस्टमार्टम में देरी से अंतिम संस्कार टला
मृतका के पति दिग्विजय ने पुलिस प्रशासन पर कागजी कार्रवाई में अनावश्यक देरी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस लापरवाही के कारण शव समय से परिजनों को नहीं सौंपा गया और अंतिम संस्कार भी टल गया। परिजनों ने गुस्सा जताते हुए कहा कि अगर प्रशासन समय पर कार्रवाई करता तो वे अपनी बेटी, पत्नी या बहन को सही तरीके से विदाई दे सकते थे।
पीड़ित परिवार ने मांगा न्याय
अब पीड़ित परिवार प्रशासन से जवाबदेही और न्याय की मांग कर रहा है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में किसी और को इस तरह की तकलीफ का सामना न करना पड़े।