मशाल जलाकर हाथियों को भगा रहा किसान… अचानक झुंड हुआ बेकाबू,
घेरकर शख्स को उतारा मौत के घाट
6 days ago Written By: Ashwani Tiwari
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। दुधवा जंगल से भटककर खेतों में पहुंच रहे हाथी न सिर्फ किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं, बल्कि अब लोगों की जान पर भी बन आई है। सोमवार रात चौखड़ा फार्म में खेत की रखवाली कर रहे किसान राम बहादुर पर हाथियों के झुंड ने हमला कर उनकी जान ले ली। इस घटना से ग्रामीणों में भारी नाराजगी है, क्योंकि वे पिछले एक महीने से हाथियों की मौजूदगी की शिकायत करते आ रहे थे, लेकिन वन विभाग आरोपों के मुताबिक अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया।
हाथियों का झुंड नेपाल से आया, कई दिनों से इलाके में घूम रहा था यह घटना दुधवा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में आने वाली मझगई रेंज के चौखड़ा फार्म की है। ग्रामीणों ने बताया कि नेपाल से आए जंगली हाथियों का झुंड कई दिनों से इस इलाके में घूम रहा है। ये हाथी बार-बार खेतों में घुसकर फसलें रौंद देते हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसी कारण किसान रात में खेतों में ही रुककर रखवाली करने के लिए मजबूर हैं।
हाथियों को भगाने की कोशिश में किसान फंसा, मौके पर मौत सोमवार की देर रात हाथियों का झुंड फिर चौखड़ा फार्म पहुंचा। 50 वर्षीय राम बहादुर अपने साथियों के साथ खेत की निगरानी कर रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार, जैसे ही उन्होंने आवाज और मशालें दिखाकर हाथियों को भगाने की कोशिश की, झुंड अचानक उत्तेजित हो गया। हाथियों ने ग्रामीणों को दौड़ाना शुरू कर दिया। अधिकतर लोग किसी तरह भाग निकले, लेकिन राम बहादुर हाथियों के बीच फंस गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कई हाथियों ने उन्हें घेरकर पटक दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
ग्रामीणों का आरोप- वन विभाग ने नहीं की कार्रवाई मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए और गुस्सा जताया। उनका आरोप है कि हाथियों का झुंड पिछले एक महीने से यहां मौजूद है, मगर वन विभाग की ओर से न निगरानी बढ़ाई गई और न हाथियों को सुरक्षित तरीके से जंगल की ओर ले जाने की कोशिश हुई। ग्रामीणों ने कहा कि लगातार खतरा बना हुआ है और फसलें भी नष्ट हो रही हैं।
वन विभाग मौके पर पहुंचा, जांच शुरू सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जब हाथियों का झुंड तेजी से दौड़ा, उस समय राम बहादुर उनमें फंस गए और उनकी मौत हो गई। अधिकारी के अनुसार, टीम मौके पर कैंप कर रही है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन सुरक्षा बढ़ाए, तत्काल प्रभाव से हाथियों को जंगल की ओर भेजे और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।